भभुआ विधानसभा चुनाव 2025 (Bhabua Assembly Election 2025)
Bhabua Vidhan Sabha Chunav 2025
भभुआ: भभुआ विधानसभा सीट का गठन बिहार विधानसभा के परिसीमन के बाद हुआ था. यह सीट एक ग्रामीण और मिश्रित जातीय संरचना वाला क्षेत्र है, जिसमें मुख्यतः पिछड़ी जातियों और अन्य अल्पसंख्यक वर्गों की महत्वपूर्ण भागीदारी है. इस क्षेत्र में यादव, राजपूत, कुर्मी और अन्य पिछड़ी जातियों का बड़ा वोट बैंक है.
भभुआ विधानसभा सीट, जो कि बिहार के कैमूर जिले में स्थित है, राज्य की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है. यह सीट दक्षिण बिहार के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में खासा प्रभाव रखती है और यहां के चुनाव परिणाम राज्य की राजनीति की दिशा को प्रभावित करते हैं. भभुआ विधानसभा सीट का इतिहास और पिछले कुछ चुनावों के परिणाम इस सीट के राजनीतिक परिदृश्य को समझने में मदद करते हैं.
भभुआ विधानसभा सीट का इतिहास
भभुआ विधानसभा सीट का गठन बिहार विधानसभा के परिसीमन के बाद हुआ था. यह सीट एक ग्रामीण और मिश्रित जातीय संरचना वाला क्षेत्र है, जिसमें मुख्यतः पिछड़ी जातियों और अन्य अल्पसंख्यक वर्गों की महत्वपूर्ण भागीदारी है. इस सीट पर बिहार की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों जैसे भारतीय जनता पार्टी (BJP), राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस, और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के बीच संघर्ष होते रहते हैं. भभुआ में जनता का भरोसा हासिल करने के लिए नेताओं को न केवल विकास कार्यों का ध्यान रखना पड़ता है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर भी सक्रिय रहना होता है.
पिछले दो चुनावों के परिणाम
1. 2020 विधानसभा चुनाव: 2020 में भभुआ विधानसभा सीट पर हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार रामचंद्र सिंह ने जीत हासिल की. उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रत्याशी को हराया। यह चुनाव एनडीए (NDA) गठबंधन की जीत का हिस्सा था, जिसमें बीजेपी और जनता दल (यूनाइटेड) ने मिलकर चुनाव लड़ा था. रामचंद्र सिंह को कुल 98,500 वोट मिले, जबकि आरजेडी के उम्मीदवार को 85,000 वोट मिले.
2. 2015 विधानसभा चुनाव: 2015 के विधानसभा चुनाव में भभुआ सीट पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के उम्मीदवार रणजीत यादव ने जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में महागठबंधन के पक्ष में माहौल था, और आरजेडी ने भभुआ में भाजपा को हराकर अपने वर्चस्व को स्थापित किया. रणजीत यादव को लगभग 1,10,000 वोट मिले थे, जो कि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के उम्मीदवार से अधिक थे. इस चुनाव में महागठबंधन की जीत ने बिहार में सत्ता परिवर्तन की दिशा तय की थी.
भभुआ सीट की सामाजिक और राजनीतिक खासियत
भभुआ विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न जातियों और समुदायों का मिलाजुला प्रभाव है. इस क्षेत्र में यादव, राजपूत, कुर्मी और अन्य पिछड़ी जातियों का बड़ा वोट बैंक है. साथ ही, यहां के लोग सशक्त सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर वोट करते हैं, जो नेताओं को अपने चुनावी अभियान में इन मुद्दों को प्राथमिकता देने के लिए मजबूर करता है।