बोध गया विधानसभा चुनाव 2025 (Bodh Gaya Assembly Election 2025)
Bodh Gaya Vidhan Sabha Chunav 2025
बोधगया: बोधगया का चुनाव जातिगत गणित पर भी निर्भर करता है. विधानसभा सीट पर पिछले तीन चुनावों से लगभग एक ही स्क्रिप्ट चल रही है. मुख्य मुकाबला आरजेडी और बीजेपी के बीच ही रहा है. 2020 में बोधगया ने आरजेडी पर भरोसा जताया. कुमार सर्वजीत ने बीजेपी के हरी मांझी को 4,708 वोटों से हराया.
बिहार की बोधगया विधानसभा सीट पर पिछले तीन चुनावों से लगभग एक ही स्क्रिप्ट चल रही है. मुख्य मुकाबला आरजेडी और बीजेपी के बीच ही रहा है. यह सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है और हर चुनाव में यहां की सियासी तस्वीर पूरे राज्य की हवा का संकेत देती है.
2020: कांटे की टक्कर, सर्वजीत की वापसी
2020 में बोधगया ने फिर आरजेडी पर भरोसा जताया. कुमार सर्वजीत ने बीजेपी के हरी मांझी को 4,708 वोटों से हराया. आरजेडी को 41.84% और बीजेपी को 39.4% वोट मिले. जीत छोटी थी लेकिन संदेश बड़ा बोधगया में सर्वजीत की पकड़ कायम रही.
2015: मोदी लहर को झटका
2015 में जब पूरा देश मोदी लहर में बह रहा था, बोधगया ने आरजेडी के कुमार सर्वजीत को चुना. उन्होंने बीजेपी के श्याम देव पासवान को 30,473 वोटों से हराया. 49.98% वोट के साथ सर्वजीत की यह जीत RJD की मजबूती को दर्शाती है.
2010: बीजेपी की चमक
2010 का चुनाव बीजेपी के लिए स्वर्णिम था. श्याम देव पासवान ने एलजेपी के कुमार सर्वजीत को हराया. वोटिंग प्रतिशत में बीजेपी को 44.39% और एलजेपी को 35.2% वोट मिले. यह दौर बीजेपी के उभार का था.
राजनीतिक पैटर्न और समीकरण
बोधगया का चुनाव जातिगत गणित पर भी निर्भर करता है. अनुसूचित जाति मतदाताओं की बड़ी भूमिका रहती है. आरजेडी ने इन मतदाताओं को साधकर लगातार दो बार जीत दर्ज की, जबकि बीजेपी का मजबूत आधारशिला अब भी टक्कर में बना हुआ है. यहां हर चुनाव RJD और BJP के बीच शतरंज की बाजी जैसा होता है. हर चाल मायने रखती है.