शेखपुरा विधानसभा चुनाव 2025 (Sheikhpura Assembly Election 2025)
शेखपुरा विधानसभा क्षेत्र की जनता चुनाव डर चुनाव नए उम्मीदवारों को मौका देती आई है. इस सीट पर जदयू और राजद का दबदबा ज्यादा रहा है. हार-जीत का समीकरण भी बदलता रहा है
बिहार के शेखपुरा विधानसभा क्षेत्र में पिछले एक दशक में कई राजनीतिक बदलाव देखने को मिले हैं. इस सीट ने कांग्रेस, जदयू और आरजेडी जैसी प्रमुख पार्टियों के बीच कई बार सियासी हलचल मचाई है. शेखपुरा की राजनीति का यह सफर 2010 से लेकर 2020 तक काफी दिलचस्प रहा है, जहां जीत-हार के समीकरण बार-बार बदलते रहे.
शेखपुरा विधानसभा चुनाव 2010(Sheikhpura Assembly Election)
2010 के विधानसभा चुनाव में जदयू के उम्मीदवार रणधीर कुमार सोनी ने कांग्रेस की सुनीला देवी को हराकर शेखपुरा में जदयू की मजबूत स्थिति स्थापित की. इस चुनाव में रणधीर कुमार सोनी को 31,507 वोट मिले, जबकि सुनीला देवी को 24,165 वोट प्राप्त हुए. जदयू उम्मीदवार ने इस चुनाव में नेतृत्व करना 7,342 वोटों से जीत दर्ज की.
शेखपुरा विधानसभा चुनाव 2015(Sheikhpura Vidhan Sabha)
2015 के विधानसभा चुनाव में जदयू की पकड़ मजबूत रही, और रणधीर कुमार सोनी ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की. इस बार उनका मुकाबला हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (HAM) के नरेश साव से था. रणधीर ने 41,755 वोटों के साथ नरेश साह को 13,101 वोटों के अंतर से हराया.
शेखपुरा विधानसभा चुनाव 2020(Sheikhpura Assembly)
2020 के चुनाव में राजनीतिक समीकरण बदले और आरजेडी के उम्मीदवार विजय कुमार ने जदयू के रणधीर कुमार सोनी को हराया. विजय कुमार ने 56,365 वोट प्राप्त किए, जबकि रणधीर कुमार को 50,249 वोट मिले. इस चुनाव में आरजेडी के उम्मीदवार 6,116 ने वोटों से जीत दर्ज की.
अब 2025 के विधानसभा चुनाव में शेखपुरा सीट पर मुख्य मुकाबला फिर से आरजेडी और जदयू के बीच होने की संभावना है. जातीय समीकरण, स्थानीय मुद्दे और उम्मीदवारों की छवि इस चुनाव के परिणामों को प्रभावित करेंगे. शेखपुरा की जनता इस बार किसे चुनेगी, यह सवाल आगामी चुनावी मौसम में महत्वपूर्ण होगा.