सुलतानगंज विधानसभा चुनाव 2025 (Sultanganj Assembly Election 2025)
सुल्तानगंज विधानसभा भागलपुर जिले का हिस्सा है लेकिन लोकसभा क्षेत्र बांका के अंतर्गत आता है. यहां मतदाताओं की संख्या करीब 3 लाख 50 हजार के आसपास है. जिसमें पुरुष वोटरों की संख्या अधिक है. 1 लाख 76 हजार से अधिक पुरुष मतदाता जबकि 1 लाख 72 हजार से अधिक महिला वोटर इस विधानसभा मे हैं. 22 थर्ड जेंडर वोटर भी इस विधानसभा में है. इस सीट पर अभी जदयू का कब्जा है.
1985 के बाद कांग्रेस को जीत का इंतजार(Sultanganj Assembly Election)
सुल्तानगंज विधानसभा पर कांग्रेस और जदयू के प्रत्याशी अबतक अधिक जीते हैं. हालांकि कांग्रेस को 1985 से पहले ही यहां जीत मिली है. 1990 से 2005 तक जनता दल और समता पार्टी जबकि 2010 से 2020 के चुनाव तक जदयू के उम्मीदवार जीते हैं. कांग्रेस 1985 के बाद से अबतक इस सीट पर जीत का इंतजार ही कर रही है.
जदयू का दबदबा कायम(Sultanganj Assembly)
2020 के चुनाव में जदयू ने ललित कुमार मंडल को प्रत्याशी बनाया. जदयू ने इस चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी ललन कुमार को 10 हजार से अधिक वोटों से हराया. जेडीयू ने इस चुनाव को जीतकर लगातार चौथी बार इस सीट पर जीत दर्ज की थी. चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास) पार्टी की प्रत्याशी को 10 हजार से कुछ अधिक वोट यहां मिले थे.
सुबोध रॉय जदयू की ओर से जीतते आए(Sultanganj Vidhan Sabha)
इस सीट पर जदयू के प्रत्याशी रहे सुबोध राय ने लगातार दो बार जीत दर्ज की थी. 2015 के चुनाव में BLSP के हिमांशु प्रसाद को उन्होंने हराया था. 2010 के चुनाव में भी जदयू से सुबोध रॉय जीते थे. आरजेडी के उम्मीदवार राम अवतार मंडल को उन्होंने तब हराया था. इससे पहले 2005 में जदयू के सुधांशु शेखर भाष्कर ने जीत दर्ज की थी.
सुल्तानगंज को मिला है एयरपोर्ट का सौगात, बनेगा चुनावी मुद्दा
सुल्तानगंज का चुनाव इसबार बेहद दिलचस्प होने की संभावना है. एनडीए की सरकार प्रदेश में है और सुल्तानगंज में ही भागलपुर का एयरपोर्ट प्रस्तावित है. इस सौगात के जरिए एनडीए अपने वोटरों को लुभाने का प्रयास करेगी. महागठबंधन में यह सीट किसके खाते में जाएगी, इसे लेकर भी तरह-तरह की चर्चा है.