सुपौल विधानसभा चुनाव 2025 (Supaul Assembly Election 2025)
सुपौल सीट (Supaul Assembly) पर जनता दल यूनाइटेड का दबदबा रहा है. पिछले 3 चुनाव से यहां जदयू के बिजेंद्र प्रसाद यादव को कोई भी विपक्षी नेता टक्कर नहीं दे पाया है. 2025 के चुनाव में क्या उनका जलवा कायम रहेगा या महागठबंधन के उम्मीदवार जीतेंगे, इस पर सबकी नजरें होंगी.
बिहार के सुपौल जिले की विधानसभा सीट पर 2010 से लेकर 2020 तक हुए तीन विधानसभा चुनावों में जनता दल यूनाइटेड (JD(U)) के उम्मीदवार बिजेंद्र प्रसाद यादव ने लगातार जीत हासिल की, और इस सीट पर JDU का दबदबा कायम रखा. 2010 में परिसीमन के बाद इस सीट का अस्तित्व आया था और तब से ही इस सीट पर JDU का नियंत्रण मजबूत होता गया.
2010 सुपौल विधानसभा (Supaul Assembly) चुनाव
2010 में बिहार में विधानसभा परिसीमन के बाद सुपौल विधानसभा सीट अस्तित्व में आई. इस चुनाव में बिजेंद्र प्रसाद यादव JDU ने रविंद्र कुमार रमण RJD को हराकर पहली बार इस सीट पर जीत दर्ज की. बिजेंद्र प्रसाद यादव को 55179 वोट और रविंद्र कुमार रमण को 39779 मिले थे. इस चुनाव में जदू उम्मीदवार ने 15400 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी. .
2015 सुपौल विधानसभा (Supaul Assembly) चुनाव
2015 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान जदयू के बिजेंद्र प्रसाद यादव ने BJP के किशोर कुमार को हराया. इस चुनाव में बिजेंद्र प्रसाद यादव को 82,295 वोट मिले थे और उन्होंने 37,397 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. इस चुनाव में बीजेपी के किशोर कुमार को 44,898 वोट मिला.
2020 सुपौल विधानसभा (Supaul Assembly) चुनाव
2020 में हुए विधानसभा चुनाव में JDU के उम्मीदवार बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कांग्रेस के मिन्नतुल्लाह रहमानी को हराकर तीसरी बार सुपौल सीट पर जीत हासिल की. इस बार बिजेंद्र प्रसाद यादव को 86,174 वोट मिले थे और उन्होंने 28,099 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की. मिन्नतुल्लाह रहमानी ने इस चुनाव में 58,075 वोट हासिल किया. इस चुनाव में NDA की जीत ने नीतीश कुमार की सरकार को फिर से मजबूती दी और JDU को सत्ता में एक मजबूत स्थिति में रखा.
2025 में क्या होगा
पिछले 3 चुनाव से इस सीट पर जदयू को मिली जीत यह साबित करती है कि यहां विपक्ष के नेताओं को और मेहनत करनी पड़ेगी. इस बार भी मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच है. ऐसे में विपक्षी गठबंधन के लिए जीत हासिल करना आसान नहीं होगी .