भोरे विधानसभा चुनाव 2025 (Bhore Assembly Election 2025)
यह विधानसभा 1957 के बाद चार बार सामान्य विधानसभा क्षेत्र के रूप में रहा है. शेष विधानसभा चुनाव में यह अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है. सामान्य सीट रहने पर इस विधानसभा क्षेत्र से 1962 से 1972 तक लगातार कांग्रेस के राजमंगल मिश्र निर्वाचित होते रहे.
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में यह विधान सभा एनडीए से जेडीयू के खाते में गई थी. जदयू ने यहां से सुनील कुमार को टिकट दिया था. सुनील कुमार राजनीति में आने से पहले सीनियर पुलिस ऑफिसर थे. इनको नीतीश कुमार के खास माना जाता है. फिलहाल ये बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री हैं. सुनील कुमार ने यहां से पहली बार विधायक बने हैं. सुनील कुमार के खिलाफ महागठबंधन ने यहां से सीपीआई एमएल (CPI ML) ने जितेंद्र पासवान को अपना प्रत्याशी बनाया था. एलजेपी (LJP) ने पुष्पा देवी को यहां से चुनावी मैदान में उतारा था.
भोरे विधानसभा का जातीय समीकरण(Bhore Vidhan Sabha)
यहां रविदास और कोइरी जाति के मतदाताओं की संख्या 30% से अधिक है. वहीं मुस्लिम और यादव वोटर भी अच्छी संख्या में हैं. 1990 में यहां 70% मतदान के साथ सबसे अधिक वोटिंग प्रतिशत दर्ज किया गया था.
कुल मतदाताओं की संख्या - 366563
पुरुष मतदाता- 186393
महिला मतदाता - 180157
थर्ड जेंडर वोटर - 13
कुल बूथों की संख्या -
शहरी क्षेत्र - बूथ- 15
ग्रामीण क्षेत्र - बूथ- 359