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प्राणपुर विधानसभा चुनाव 2025
(Pranpur Vidhan Sabha Chunav 2025)
प्रणपुर विधानसभा: हर चुनाव में बदलते समीकरण, जीत की कहानी में ट्विस्ट!
प्राणपुर विधानसभा चुनाव परिणाम
2020
2015
2010
CANDIDATE NAME | PARTY | VOTES |
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प्राणपुर विधान सभा चुनाव से जुडी जानकारी
प्रणपुर: बीजेपी और कांग्रेस के बीच की टक्कर यहां के चुनावों को और भी रोमांचक बनाती है. आगामी चुनावों में भी यहां की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है, जो इस सीट की अहमियत को और बढ़ाएगा.
बिहार के कटिहार जिले में स्थित प्रणपुर विधानसभा सीट एक महत्वपूर्ण और संघर्षपूर्ण चुनावी क्षेत्र मानी जाती है. यहां हर चुनाव में राजनीतिक दलों के बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिलता है. इस सीट का चुनावी इतिहास भी बहुत दिलचस्प और रोमांचक रहा है. आइए जानते हैं पिछले तीन चुनावों के परिणामों और इस सीट के राजनीतिक इतिहास के बारे में.
2020 विधानसभा चुनाव – बीजेपी की उम्मीदों का सूरज उगा 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान प्रणपुर सीट पर एक कड़ा मुकाबला हुआ. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की उम्मीदवार निशा सिंह ने कांग्रेस के तौकिर आलम को मात्र 2,972 वोटों के अंतर से हराया. निशा सिंह को कुल 79,974 वोट (39.97%) मिले, जबकि तौकिर आलम को 77,002 वोट (38.48%) मिले. यह मुकाबला बहुत ही नजदीकी था और इसने यह साबित किया कि प्रणपुर सीट पर सत्ता की बागडोर हमेशा संघर्ष के बाद ही मिलती है. इस चुनाव में बीजेपी की जीत ने पार्टी की स्थिति को मजबूत किया, लेकिन विपक्ष ने भी कड़ी चुनौती दी.
2015 विधानसभा चुनाव – बीजेपी का दबदबा 2015 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार विनोद कुमार सिंह ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की इशरत परवीन को 8,101 वोटों के अंतर से हराया. यह जीत बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण थी क्योंकि उस वक्त राज्य में महागठबंधन की सरकार थी. बीजेपी ने प्रणपुर सीट पर अपनी स्थिति मजबूत की और इसके साथ ही पार्टी की ताकत को प्रमाणित किया. इस चुनाव में बीजेपी के विजय से यह साफ हो गया कि इस सीट पर कांग्रेस और महागठबंधन के मुकाबले बीजेपी का एक मजबूत आधार है.
2010 विधानसभा चुनाव – बीजेपी की निरंतर सफलता 2010 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने प्रणपुर सीट पर विजय प्राप्त की थी. इस बार विनोद कुमार सिंह ने यह सीट जीती और यह उनकी दूसरी जीत थी. यह चुनाव भी बीजेपी के लिए बहुत महत्वपूर्ण था क्योंकि पार्टी ने इस क्षेत्र में अपने प्रभाव को और बढ़ाया था. बीजेपी की लगातार सफलता ने प्रणपुर को एक राजनीतिक दृष्टि से अहम बना दिया.
निष्कर्ष प्रणपुर विधानसभा सीट का चुनावी इतिहास राजनीतिक दृष्टिकोण से हमेशा ही दिलचस्प रहा है. इस सीट पर हर चुनाव में समीकरण बदलते रहे हैं, और यह लगातार साबित हुआ है कि प्रणपुर में हर चुनाव में कुछ नया देखने को मिलता है.