Pranpur Vidhansabha Election Express: प्रभात खबर इलेक्शन एक्सप्रेस सोमवार को कटिहार जिले के प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र में पहुंची. जहां के आजमनगर प्रखंड मुख्यालय स्थित मुख्य बाजार में चौपाल का आयोजन किया गया. चौपाल में लोगों ने सांसद, विधायक की कार्यशैली की जमकर आलोचना की. लोगों ने क्षेत्र के कई मुद्दों पर जनता से सवाल किए. जिसके बाद नेताओं के बीच मंच पर ही जमकर बहस हुई. कई बार तो नेता आपस में ही भिड़ते नजर आए.
प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र के पांच प्रमुख मुद्दे
- आजमनगर से रोहिया पुल का निर्माण कार्य जरूरी है.
- आजमनगर मुख्य बाजार में शौचालय, नाला, साफ सफाई जरुरी है.
- प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र में उच्च स्तरीय शिक्षा के लिए कॉलेज खोलना.
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आजमनगर में डॉक्टर सहित सभी उपकरणों का होना.
- आजमनगर से सालमारी मुख्य सड़क का चौड़ी.
प्राणपुर विधानसभा चौपाल में कौन-कौन आए?
- जदयू से इजहार आलम
- कांग्रेस से मो. नफीस आलम
- सोशल एक्टिविस्ट अजहर नजामी
- पूर्व सैनिक मो. जावेद आलम
- समाज सेवी सनातन पोद्दार
25 हजार से ज्यादा लोग नाव से आवागमन करने को मजबूर
आजमनगर प्रखंड के रोहिका घाट पर पुल निर्माण नहीं होने से करीब पांच पंचायतों की करीब 25 हजार की आबादी आज भी नाव से आवागमन करने को मजबूर है. लोगों ने कहा कि एक बार नहीं दर्जनों बार पुल निर्माण के लिए आंदोलन किये गये. लेकिन इस दिशा में कोई पहल नहीं हो सकी. चुनाव के समय जनप्रतिनिधि लंबे चौड़े वादे कर वोट ले लेते हैं. पुल निर्माण नहीं होने से शीतलपुर, सिघोल, हरनागर, बैरिया सहित अन्य पंचायतों की बड़ी आबादी आज भी विकास से कोसों दूर है. प्रत्येक वर्ष यहां के लोग बाढ़, कटाव की समस्या झेलने को मजबूर है.
हर साल करोड़ों रुपए कटाव के नाम पर किए जा रहे खर्च
हर साल करोड़ों रूपये कटाव के नाम पर खर्च किये जा रहे हैं. लेकिन स्थायी समाधान नहीं निकल पा रहा है. आबादी व उपजाऊ जमीन कटकर महानंदा नदी में समा रहे हैं. आजमनगर बाजार में शौचाल की व्यवस्था नहीं है. दूर-दूर से आने वाले लोग भटकते हैं. पेयजल के लिए किसी दुकान का सहारा लेते हैं या बोतल बंद पानी पीने को लोग मजबूर हो रहे हैं. सड़क जर्जर हालत में है.
जर्जर सड़क का भी उठा मुद्दा
आजमनगर से जिला मुख्यालय पहुंचना किसी चुनौती से कम नहीं है. सड़क इतनी जर्जर है कि तीन घंटे से अधिक का वक्त जिला मुख्यालय पहुंचने में लगता है. जबकि सरकार कह रही है कि बिहार के किसी भी कोने से पांच घंटे में राजधानी पहुंचा जा सकता है. बाजार में नाला नहीं हानेे के कारण जलजमाव की समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहार है. आजमनगर स्वास्थ्य केंद्र से लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया नहीं हो रहा है. यह रेफर सेंटर के रूप में काम कर रहा है. कई अधूरी पड़ी बड़ी परियोजनाएं, एसआइआर, भ्रष्टाचार समेत शिक्षा जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर नेताओं से सवाल दागे गये.

