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दरभंगा ग्रामीण विधानसभा चुनाव 2025
(Darbhanga Rural Vidhan Sabha Chunav 2025)
दरभंगा ग्रामीण विधानसभा सीट से आरजेडी के ललित कुमार यादव विधायक हैं. दरभंगा ग्रामीण विधानसभा सीट 2005 से ही आरजेडी के कब्जे में है. पिछली बार ललित यादव के सामने जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने फराज फातमी को चुनाव मैदान में उतारा था. ललित के सामने इस सीट से जीत की हैट्रिक लगाने और पार्टी का कब्जा बरकरार रखने की चुनौती थी.
दरभंगा ग्रामीण विधानसभा चुनाव परिणाम
2020
2015
2010
CANDIDATE NAME | PARTY | VOTES |
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दरभंगा ग्रामीण विधान सभा चुनाव से जुडी जानकारी
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में दरभंगा जिले के विधानसभा क्रम संख्या 86 दरभंगा ग्रामीण सीट पर राष्ट्रीय जनता दल(आरजेडी) प्रत्याशी ललित कुमार यादव ने जनता दल(यूनाइटेड) प्रत्याशी फराज फातमी को मात दी थी. हालांकि जीत का अंतर बेहदम कम रहा. महागठबंधन ने महज 2,141 वोटों से एनडीए के खिलाफ जीत दर्ज की. ललित कुमार यादव को जहां 41.26 फीसदी वोट पड़े, तो वहीं 39.9 फीसदी वोट पड़े. ललित कुमार को कुल 64,929 वोट और फराज फातमी को 62,788 वोट पड़े. लोजपा के प्रदीप कुमार ठाकुर को 17,586 वोट पड़े. वे तीसरे नंबर पर रहे.
पिछले पांच चुनाव में केवल एक बार हारे ललित
मनीगाछी नाम से इस सीट पर पहली बार 1977 में चुनाव हुआ था. तब जनता पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरे जगदीश चौधरी विधानसभा पहुंचने में सफल रहे थे. इस सीट से कांग्रेस के कद्दावर नेता नागेंद्र झा चुनाव जीतते रहे. 1995 में जनता दल के टिकट पर मोहन राम जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. अब तक कुल 10 चुनाव में 5 बार RJD, दो बार जनता दल और 1-1 बार कांग्रेस, जनता पार्टी और जनता पार्टी (सेक्युलर) के हक में जनादेश आया है. जातीय समीकरण को देखें तो इस सीट पर सबसे अच्छी स्थिति में मुस्लिम, यादव और ब्राह्मण वोटर हैं. इसके बाद कोइरी, रविदास, पासवान मतदाताओं की संख्या आती है. यहां 2000 विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक 72.4% वोटिंग हुई थी. इस सीट पर कुल वोटर 2.77 लाख हैं, जिनमें पुरुष वोटर 1.47 लाख (53.2%) और महिला वोटर 1.29 लाख (46.7%) है.
पिछले पांच चुनाव में केवल एक बार हारे ललित
2005 के फरवरी में ललित यादव जदयू के प्रभाकर चौधरी से हार गये थे, लेकिन उसके बाद वो लगातार यहां से जीत रहे हैं. ललित ने 2015 के विधानसभा चुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी जीतनराम मांझी की पार्टी हम के नौशाद अहमद को हराया था. पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी के उम्मीदवार को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था. तब इस सीट से 12 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी. इससे पहले 2010 के विधानसभा चुनाव में भी आरजेडी के ललित कुमार यादव ही विधायक चुने गए थे. तब जेडीयू के अशरफ हुसैन दूसरे स्थान पर रहे थे. साल 2010 से पहले यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी.