सोनबरसा विधानसभा चुनाव 2025 (Sonbarsa Assembly Election 2025)
सोनबरसा विधानसभा सीट बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है और आगामी चुनावों में भी यह सीट राजनीतिक दलों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी रहेगी. क्योंकि यहां से बिहार सरकार के मद्य निषेद मंत्री रत्नेश सदा विधायक हैं. उन्होंने वहां से लगातार तीन बार जीत दर्ज किया है.
बिहार के मधेपुरा जिले में स्थित सोनबरसा विधानसभा सीट ने हमेशा से ही चुनावी हलचलों का केंद्र रही है. यह सीट आरक्षित (SC) श्रेणी में आती है और यहां के मतदाता अपने निर्णयों से राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित करते रहे हैं. आइए, नजर डालते हैं इस सीट के पिछले तीन चुनावों के परिणामों पर.
2020 में सोनबरसा विधानसभा चुनाव(Sonbarsa Assembly Election): रत्नेश सदा की 'तीसरी बार की ताजपोशी'
2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू के उम्मीदवार रत्नेश सदा ने तीसरी बार इस सीट पर जीत दर्ज की. उन्होंने कांग्रेस की तारणी ऋषिदेव को 13,466 वोटों के अंतर से हराया. रत्नेश को कुल 67,678 वोट मिले, जो 40.20% वोट शेयर के साथ उन्हें विजेता बना गया. इस चुनाव में कुल 40.20% मतदान हुआ, जिसमें महिला मतदाताओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही.
2015 में सोनबरसा विधानसभा चुनाव(Sonbarsa Vidhan Sabha): रत्नेश सदा की 'शानदार जीत'
2015 के चुनाव में रत्नेश सदा ने 88,789 वोटों के साथ शानदार जीत हासिल की. उन्होंने एलजेपी की सरिता देवी को 53,763 वोटों के अंतर से हराया. इस जीत ने जदयू की स्थिति को मजबूत किया और रत्नेश सदा को क्षेत्र में एक मजबूत नेता के रूप में स्थापित किया.
2010 में सोनबरसा विधानसभा चुनाव(Sonbarsa Vidhan Sabha Chunav): रत्नेश सदा की 'पहली विजय'
2010 के चुनाव में रत्नेश सदा ने जदयू के उम्मीदवार के रूप में अपनी पहली जीत दर्ज की. उन्होंने एलजेपी की सरिता देवी को 31,445 वोटों के अंतर से हराया. इस जीत ने रत्नेश को क्षेत्र में पहचान दिलाई और जदयू की स्थिति को मजबूत किया.
समग्र विश्लेषण
सोनबरसा विधानसभा सीट पर रत्नेश सदा की लगातार जीत ने यह सिद्ध कर दिया कि वे क्षेत्र के मतदाताओं के बीच एक मजबूत नेता के रूप में स्थापित हैं. उनकी जीत ने जदयू की स्थिति को मजबूत किया और विपक्षी दलों के लिए चुनौती पेश की. हालांकि, कांग्रेस और एलजेपी जैसी पार्टियों ने भी इस सीट पर अपनी दावेदारी पेश की, लेकिन रत्नेश सदा की लोकप्रियता और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें लगातार विजेता बनाए रखा.