बिहारीगंज विधानसभा चुनाव 2025 (Bihari Ganj Assembly Election 2025)
बिहारीगंज विधानसभा सीट बिहार के मधेपुरा जिले में स्थित है और यह सीट राज्य के महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्रों में गिनी जाती है. इस सीट का इतिहास काफी दिलचस्प रहा है, जहां पर राजनीतिक दांव-पेच और विभिन्न दलों के बीच प्रतिद्वंद्विता देखने को मिली है. बिहार के इस क्षेत्र में तीन विधानसभा चुनाव हो चुके हैं, जिनमें से प्रत्येक चुनाव के परिणामों ने क्षेत्रीय राजनीति के कई पहलुओं को उजागर किया है.
बिहारीगंज विधानसभा सीट का परिचय(Bihari Ganj Assembly Election)
बिहारीगंज विधानसभा सीट का अस्तित्व 2008 के परिसीमन के बाद आया. इसके पहले यह सीट अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों का हिस्सा थी. इस सीट को लेकर क्षेत्रीय स्तर पर हमेशा ही हलचल बनी रहती है क्योंकि यहां के मतदाता विभिन्न राजनीतिक दलों को अपने पक्ष में करने के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं. यहां की प्रमुख जातीय और सामाजिक संरचना भी चुनावों के परिणामों पर प्रभाव डालती है.
बिहारीगंज विधानसभा(Bihari Ganj Vidhan Sabha) मे पिछले तीन चुनावों के परिणाम:
1. 2010 विधानसभा चुनाव: 2010 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान बिहारीगंज सीट पर जदयू की रेणु कुमारी ने जीत हासिल की. उन्होंने कांग्रेस को हराया और यह चुनाव जदयू के लिए एक बड़ी जीत साबित हुआ. इस चुनाव में जदयू की स्थिति मजबूत थी, और पार्टी ने अपनी लोकप्रियता का भरपूर लाभ उठाया.
2. 2015 विधानसभा चुनाव: 2015 में विधानसभा चुनाव के परिणाम ने कुछ नया मोड़ लिया. इस बार जदयू के उम्मीदवार निरंजन कुमार मेहता ने भाजपा के उम्मीदवार रवींद्र चरण यादव को हराया. निरंजन कुमार मेहता ने लगभग 29,000 वोटों के अंतर से विजय प्राप्त की, जो कि इस क्षेत्र में जदयू की ताकत का संकेत था. इस चुनाव में महागठबंधन की जीत हुई और जदयू के उम्मीदवार ने भाजपा को बड़े अंतर से हराया.
3. 2020 विधानसभा चुनाव: 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में भी निरंजन कुमार मेहता (जदयू) ने जीत हासिल की. इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस की सुभाषिनी शरद यादव से था. निरंजन मेहता ने उन्हें 18,711 वोटों के अंतर से हराया. इस चुनाव ने यह साबित कर दिया कि जदयू की पकड़ बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र में मजबूत है, हालांकि कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंकी थी. इस चुनाव में महागठबंधन के खिलाफ बिहार के अन्य राजनीतिक दलों ने भी अपनी ताकत लगाई, लेकिन जदयू ने अपनी बढ़त बनाए रखी.
राजनीतिक समीकरण और जातीय संरचना (Bihari Ganj Assembly)
बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में जातीय समीकरण का अहम रोल है. यहां के चुनाव परिणामों में जातीय गणित, समाजिक समीकरण और स्थानीय मुद्दे प्रमुख होते हैं. जदयू और भाजपा जैसे दल यहां मजबूत स्थिति में रहे हैं, जबकि कांग्रेस और अन्य छोटे दलों को इस क्षेत्र में चुनौती का सामना करना पड़ा है.
आगे का रास्ता
बिहारीगंज विधानसभा सीट पर आगामी चुनावों में भी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है. जदयू की मजबूत पकड़ और राज्य की राजनीति में पार्टी के स्थान को ध्यान में रखते हुए आगामी चुनावों में भी जदयू का दबदबा कायम रहने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि, यदि विपक्षी दल एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरते हैं, तो यहां का चुनावी परिदृश्य बदल सकता है.