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अगिआँव विधानसभा चुनाव 2025
(Agiaon Vidhan Sabha Chunav 2025)
अगिआंव विधानसभा सीट पर भाकपा-माले का रहा कब्जा, वोटरों की संख्या से समझे पूरा गणित
अगिआँव विधानसभा चुनाव परिणाम
2020
2015
2010
CANDIDATE NAME | PARTY | VOTES |
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अगिआँव विधान सभा चुनाव से जुडी जानकारी
अगिआंव विधानसभा बिहार राज्य के 243 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. यह विधानसभा भोजपुर जिले में स्थित है और आरा संसदीय सीट के 7 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है. इस विधानसभा सीट पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के बड़े समर्थक माने जाते हैं. ये इलाका नक्सली इलाके में गिना जाता था.
अगिआंव विधानसभा में मतदाताओं की संख्या
अगिआंव विधानसभा में एससी मतदाताओं की संख्या लगभग 49,047 है, जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 18.3% है. वहीं एसटी मतदाताओं की संख्या लगभग 80 है, जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 0.03% है. अगिआंव विधानसभा में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 16,081 है, जो मतदाता सूची विश्लेषण के अनुसार लगभग 6% है. अगिआंव विधानसभा में ग्रामीण मतदाताओं की संख्या लगभग 268,019 है, जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 100% है. अगिआंव विधानसभा में शहरी मतदाताओं की संख्या 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 0% है. 2020 विधानसभा चुनाव तक अगिआंव विधानसभा के कुल मतदाता 268019 है.
अगिआंव विधानसभा सीट पर रहा भाकपा-माले का कब्जा
साल 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में अगिआंव विधानसभा सीट पर सीपीएमएल उम्मीदवार मनोज मंजिल को भारी मतों से जीत मिली. उन्हें करीब 62 प्रतिशत वोट मिले थे. वहीं जेडीयू उम्मीदवार प्रभुनाथ प्रसाद लगभग 27 प्रतिशत वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. साल 2020 में यहां पर चुनाव पूरी तरह से एकतरफा ही रहा. लेकिन आठ साल पुराने हत्या के एक मामले में मनोज मंजिल को कोर्ट ने दोषी करार दिया, जिसके बाद उनकी विधानसभा की सदस्यता रद्द कर दी गयी. फिर इस विधानसभा सीट पर साल 2024 में उपचुनाव कराया गया. अगिआंव विधानसभा उप चुनाव में भाकपा-माले के उम्मीदवार शिवप्रकाश रंजन ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रभुनाथ प्रसाद को 29835 मतों के अंतर से पराजित कर इस सीट पर पार्टी का कब्जा बरकरार रखा.
2015 विधानसभा चुनाव के क्या रहे नतीजे?
भोजपुर जिले की एक मात्र अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट अगिआंव आरा लोकसभा क्षेत्र में आती है. 2008 में बिहार में परिसीमन हुआ था, जिसके बाद ये सीट बनी थी. 2010 में यहां पहली बार चुनाव हुए और भारतीय जनता पार्टी को जीत हासिल हुई, उसके बाद 2015 के चुनाव में जदयू ने जीत दर्ज की. 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान यहां कुल 7 उम्मीदवार मैदान में थे. इनमें महागठबंधन की ओर से जदयू के प्रभुनाथ प्रसाद को 52,276 को वोट मिले थे. एनडीए की ओर से भाजपा के शिवेश कुमार को 37,572 को मत मिले. वहीं भाकपा माले के मनोज कुमार मंजिल 31,789 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे. इस सीट पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के बड़े समर्थक माने जाते हैं. ये इलाका नक्सली इलाके में गिना जाता था. अगर वोटरों की संख्या को देखें तो यहां करीब पौने तीन लाख वोटर हैं. अगिआंव की अलग सीट बनने से पहले ये जगह सहार विधानसभा के रूप में जानी जाती थी. यहां दस फीसदी से अधिक वोटर अनुसूचित जाति के ही हैं.