अमौर विधानसभा चुनाव 2025 (Amour Assembly Election 2025)
अमौर पूर्णिया जिले में आता है लेकिन किशनगंज लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. कांग्रेस का इस सीट पर लंबा इतिहास रहा है. अबतक के चुनावों में 8 बार कांग्रेस को यहां जीत हासिल हुई है. पिछली बार 2015 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की लेकिन 2020 में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने यहां कब्जा जमाया. अख्तरुल इमान यहां से विधायक हैं. भाजपा और सपा को भी यहां से जीत मिल चुकी है.
2020 में अमौर विधानसभा चुनाव मे ओवैसी के उम्मीदवार ने चौंकाया (Amour Assembly Election)
2020 के चुनाव में एनडीए में जदयू के पास यह सीट रही. 2010 में भाजपा की टिकट पर जीते सबा जफर उम्मीदार बने. जबकि महागठबंधन में कांग्रेस की ओर से पूर्व विधायक अब्दुल जलील मस्तान प्रत्याशी बनाए गए थे. अब्दुल जलील मस्तान 2000,2005 और 2015 में चुनाव जीत चुके थे. लेकिन 2020 के चुनाव में AIMIM के प्रत्याशी अख्तरुल इमान से सबका खेल बिगाड़ा और 94459 वोट लेकर जीते और विधायक बने. जदयू दूसरे और कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही थी. इस चुनाव में चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के प्रत्याशी मनोज कुमार निषाद को 919 वोट मिले थे.
कांग्रेस के अब्दुल जलील मस्तान 2015 में जीते, 2010 में बीजेपी का झंडा गड़ा
2015 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अब्दुल जलील मस्तान ने जीत दर्ज की थी और छठी बार चुनाव जीतकर विधायक बने थे. 2005 में बिहार में दो बार हुए चुनाव भी इसमें शामिल हैं. 2015 में कांग्रेस उम्मीदवार ने भाजपा की सबा जफर को हराया था. 51 हजार से अधिक वोटों के अंतर से अब्दुल जलील जीते थे. जबकि 2010 में भाजपा की सबा जफर ने यहां जीत दर्ज की थी.
इसबार रोचक होगा चुनाव
इसबार का चुनाव यहां बेहद रोचक होगा. AIMIM की तरफ से फिर से उम्मीदवार उतारने की प्रबल संभावना है. कांग्रेस सीट पर कब्जा वापस जमाना चाहेगी जबकि एनडीए में यह सीट जदयू के खाते में अगर गयी जो जेडीयू भी अपनी पूरी ताकत इस सीट को वापस पाने के लिए झोंकेगा.