राजगीर विधानसभा चुनाव 2025 (Rajgir Assembly Election 2025)
नालंदा, बिहार: बिहार के नालंदा जिले में स्थित राजगीर विधानसभा सीट न सिर्फ ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि राजनीतिक रूप से भी यह हमेशा चर्चा में रही है. यह सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है और इसका जुड़ाव नालंदा लोकसभा क्षेत्र से है. प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय, भगवान बुद्ध और भगवान महावीर की स्थली से सटे इस इलाके की राजनीतिक जमीन भी उतनी ही ऐतिहासिक और दिलचस्प रही है.
2020 राजगीर विधानसभा चुनाव: जेडीयू की वापसी
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में इस सीट से जनता दल (यूनाइटेड) के कौशल किशोर ने कांग्रेस प्रत्याशी रवि ज्योति कुमार को 16,048 वोटों के अंतर से हराया. कौशल किशोर को कुल 67,191 वोट (42.58%), जबकि रवि को 51,143 वोट (32.41%) मिले. तीसरे स्थान पर लोक जनशक्ति पार्टी की मंजू देवी थीं, जिन्हें 11,174 वोट मिले.
2015: रवि ज्योति की जीत
2015 में जेडीयू के टिकट पर रवि ज्योति कुमार ने बीजेपी के सत्यदेव नारायण आर्य को करीब 5,390 वोटों के अंतर से हराया था. रवि को 62,009 वोट (41.75%), जबकि आर्य को 56,619 वोट (38.12%) मिले थे.
2010: बीजेपी के सत्यदेव नारायण आर्य की जीत
2010 के चुनाव में राजगीर सीट से बीजेपी के सत्यदेव नारायण आर्य ने एलजेपी के धनंजय कुमार को हराकर जीत दर्ज की थी. सत्यदेव को 50,648 वोट मिले थे और उन्होंने बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी.
राजगीर विधानसभा सीट का भूगोल और राजनीतिक समीकरण
राजगीर विधानसभा क्षेत्र में गिरियक, पावापुरी, राजगीर नगर परिषद, सिलाव और बिहार प्रखंड के दर्जनों पंचायत आते हैं. जातिगत रूप से यह क्षेत्र दलित, पिछड़ा और अतिपिछड़ा वर्ग के प्रभाव में है, जो हर चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाते हैं.
क्या फिर बदलेगा समीकरण?
2025 के चुनाव नज़दीक हैं और राजनीतिक दलों ने तैयारी शुरू कर दी है. क्या कौशल किशोर दोबारा जीत दर्ज करेंगे या महागठबंधन एक बार फिर वापसी करेगा? यह देखना दिलचस्प होगा.