मसौढ़ी विधानसभा चुनाव 2025 (Masaurhi Assembly Election 2025)
मसौढ़ी विधानसभा सीट पर 2020, 2015 और 2010 में अलग-अलग दलों के बीच कड़ा मुकाबला रहा. 2020 और 2015 में राजद की रेखा देवी ने महागठबंधन की ताकत से जीत दर्ज की, जबकि 2010 में JDU के अरुण मांझी ने LJP को हराकर सीट जीती.
2020 मसौढ़ी विधानसभा चुनाव(Masaurhi Assembly Election): राजद की विजय
2020 के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की रेखा देवी ने JDU के नूतन पासवान को 32,227 वोटों के बड़े अंतर से हराया. यह चुनाव एकतरफा नहीं था, लेकिन रेखा देवी की व्यक्तिगत छवि और उनके जनसंपर्क के कारण राजद को भारी जीत मिली. यादव और मुस्लिम समुदाय का समर्थन राजद के पक्ष में था, जो इस जीत में निर्णायक साबित हुआ. रेखा देवी की मेहनत और क्षेत्र में सक्रियता ने उनकी जीत को सुनिश्चित किया, और राजद ने इस सीट पर अपनी पकड़ बनाए रखी.
2015 मसौढ़ी विधानसभा चुनाव(Masaurhi Vidhan Sabha): महागठबंधन की मजबूती
2015 के चुनाव में, राजद की रेखा देवी ने महागठबंधन की ताकत से नूतन पासवान को बड़े अंतर से हराया. रेखा देवी ने 39,186 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. इस चुनाव में राजद, JDU और कांग्रेस का महागठबंधन था, और यह महागठबंधन की जीत का प्रतीक बन गया. रेखा देवी की व्यक्तिगत छवि, उनका कामकाज और गांव-गांव में संपर्क ने अहम भूमिका निभाई. इस चुनाव ने महागठबंधन के उत्साह को और बढ़ाया, और राजद ने एक बार फिर इस सीट को मजबूती से जीता.
2010 मसौढ़ी विधानसभा चुनाव: JD(U) की जीत
2010 में, JDU के अरुण मांझी ने LJP के अनिल कुमार को 5,032 वोटों के अंतर से हराया. यह चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में JDU के शासन का था, जब राज्य में विकास और कानून-व्यवस्था को लेकर JDU को व्यापक समर्थन मिल रहा था. LJP का प्रभाव इस सीट पर सीमित था, लेकिन नीतीश कुमार की लोकप्रियता और विकास कार्यों के कारण JDU को जीत मिली. इस चुनाव ने JDU की पकड़ को साबित किया और राजद के विजय अभियान को रोका.