बखरी विधानसभा चुनाव 2025 (Bakhri Assembly Election 2025)
बखरी विधानसभा बिहार राज्य के 243 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. बखरी विधानसभा सीट बिहार के बेगूसराय जिले में आती है. यह बेगूसराय संसदीय सीट के 7 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है. बखरी विधानसभा सीट भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) का गढ़ मानी जाती है.
बखरी विधानसभा में मतदाताओं की संख्या(Bakhri Assembly Election)
बखरी विधानसभा क्षेत्र में एससी मतदाताओं की संख्या लगभग 52,185 है, जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 19.26% है. वहीं एसटी मतदाताओं की संख्या लगभग 54 है, जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 0.02% है. बखरी विधानसभा में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 28,991 है, जो मतदाता सूची विश्लेषण के अनुसार लगभग 10.7% है. बखरी विधानसभा में ग्रामीण मतदाताओं की संख्या लगभग 243,853 है, जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 90% है. वहीं बखरी विधानसभा में शहरी मतदाताओं की संख्या लगभग 27,095 है, जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 10% है. 2020 विधानसभा चुनाव तक बखरी विधानसभा के कुल मतदाताओं की संख्या 270948 है.
2020 में सीपीआई के उम्मीदवार सूर्यकांत पासवान हुए विजयी(Bakhri Vidhan Sabha)
बखरी विधानसभा सीट भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) का गढ़ मानी जाती है. साल 2020 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने राम शंकर पासवान को प्रत्याशी बनाया था. वहीं कांग्रेस ने अमित कुमार को टिकट दिया था. रालोसपा से विजय पासवान चुनाव लड़े थे. सीपीआई ने सूर्य कांत पासवान को मैदान में उतारा था. 2020 विधानसभा चुनाव में बखरी विधानसभा सीट से सीपीआई के उम्मीदवार सूर्यकांत पासवान ने जीत हासिल की है. सीपीआई के उम्मीदवार सूर्यकांत पासवान ने 777 मतों के अंतर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) उम्मीदवार राम शंकर पासवान को हराया था. सूर्यकांत पासवान को 72177 वोट मिले थे, जबकि राम शंकर पासवान को 71400 वोट मिले थे.
साल 2015 में बखरी विधानसभा सीट पर आरजेडी का रहा कब्जा
साल 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की तरफ से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रत्याशी उपेंद्र पासवान चुनाव मैदान में थे. वहीं बीजेपी ने रामानंद राम को उम्मीदवार बनाया था. महागठबंधन की तरफ से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रत्याशी उपेंद्र पासवान ने जीत दर्ज की थी. 2015 में आरजेडी के उपेंद्र पासवान ने 72,632 मतों के साथ अपने निकटतम बीजेपी उम्मीदवार रामानंद राम को हराया था. रामानंद राम 32,376 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे, वहीं अपने मजबूत आधार की बदौलती जीत हासिल करती रही सीपीआई को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था.