रक्सौल विधानसभा चुनाव 2025 (Raxaul Assembly Election 2025)
रक्सौल विधानसभा सीट पर 1990 से पहले कांग्रेस का कब्जा हुआ करता था. कांग्रेस यहां पर पांच बार चुनाव जीत चुकी है. लेकिन, 2010 से इस सीट पर जदयू का कब्जा है.जातीय समीकरण की बात करें तो इस विधानसभा क्षेत्र में यादव और मुस्लिम मतदाताओं की सबसे ज्यादा संख्या है. भूमिहार, कोइरी, ब्राह्मण और राजपूत वोटरों की संख्या भी अच्छी है.
बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, राजनीतिक दलों के सियासी दांव सामने आ रहे हैं. भारत और नेपाल की सीमा से सटे रक्सौल विधानसभा सीट पर चुनाव को लेकर प्रत्याशी अपनी गोलबंदी शुरू कर दी है. बिहार की रक्सौल विधानसभा सीट पूर्वी चंपारण जिले में है. फिलहाल यहां से BJP के प्रमोद सिंह मौजूदा विधायक हैं. वर्ष 2020 के विधान सभा चुनाव में प्रमोद सिंह ने रामबाबू यादव को पराजित किया था. 2000 विधानसभा चुनाव से लेकर पिछले 2015 विधानसभा चुनावों तक यहां से सिर्फ BJP ही जीतती आई है.
रक्सौल विधानसभा चुनाव (Raxaul Assembly) सीट का इतिहास
रक्सौल विधानसभा सीट पर वर्ष 2000 विधानसभा चुनाव से लेकर पिछले 2015 विधानसभा चुनावों तक यहां से सिर्फ BJP ही जीतती आई है. उससे पहले 1990 और 1995 में इस सीट पर जनता दल के पास यह सीट थी. 1951 में हुए पहले चुनाव में यहां कांग्रेस के राधा पांडे विजयी हुए थे. आजादी के बाद से अगर इस विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो 1985 तक कांग्रेस का यह गढ़ हुआ करता था. कांग्रेस इस सीट से 8 बार चुनाव जीत चुकी है. 1969 में जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस ने 1985 तक लगातार यहां से 5 बार चुनाव जीतती रही थी.
जातीय समीकरण
इस सीट पर सबसे ज्यादा संख्या यादव और मुस्लिम मतदाताओं की है. इसके बाद भूमिहार, कोइरी, ब्राह्मण और राजपूत वोटरों हैं.