फुलपरास विधानसभा चुनाव 2025 (Phulparas Assembly Election 2025)
फुलपरास विधानसभा (Phulparas Assembly) सीट पर साल 2010 और 2015 में जेडीयू ने गुलजार देवी के चेहरे पर चुनाव लड़ा और दोनों बार गुलजार देवी जीत कर जेडीयू से विधायक बनीं. लेकिन साल 2020 के चुनाव में जेडीयू ने गुलजार देवी को टिकट नहीं देकर शीला कुमारी के चेहरे पर चुनाव लड़ा और 10,966 वोटों के अंतर से शीला कुमारी ने कांग्रेस के कृपानाथ पाठक को हराकर विधायक बनीं. जानिए क्या रहा है इस सीट का रिकॉर्ड और क्या है 2025 के मुकाबले की संभावना.
2020 फुलपरास विधानसभा (Phulparas Assembly) चुनाव
इस चुनाव में जेडीयू की शीला कुमारी और कांग्रेस के कृपानाथ पाठक के बीच मुख्य मुकाबला था. जेडीयू की शीला कुमारी को कुल 75,116 वोट मिले, वहीं कांग्रेस के कृपानाथ पाठक को कुल 64,150 वोट मिले. इस चुनाव में जेडीयू की शीला कुमारी ने 10,966 वोटों के अंतर से जीत हासिल की.
2015 फुलपरास विधानसभा (Phulparas Assembly) चुनाव
इस चुनाव में जेडीयू की गुलजार देवी और बीजेपी के राम सुंदर यादव के बीच मुख्य मुकाबला था. जेडीयू की गुलजार देवी को कुल 64,368 वोट मिले, तो वहीं बीजेपी के राम सुंदर यादव को कुल 50,953 वोट मिले.इस चुनाव में जेडीयू की गुलजार देवी ने 13,415 वोटों के अंतर से जीत हासिल की.
2010 फुलपरास विधानसभा (Phulparas Assembly) चुनाव
इस चुनाव में जेडीयू की गुलजार देवी और आरजेडी के वीरेंद्र कुमार चौधरी के बीच मुख्य मुकाबला था. जेडीयू की गुलजार देवी को कुल 36,113 वोट मिले, तो वहीं आरजेडी के वीरेंद्र कुमार चौधरी को कुल 23,769 वोट मिले. इस चुनाव में जेडीयू की गुलजार देवी ने 12,344 वोटों के अंतर से जीत हासिल की.
फुलपरास विधानसभा (Phulparas Assembly) चुनाव 2025 का मुकाबला
आगामी विधानसभा चुनाव में फुलपरास सीट पर पिछले रिकॉर्ड से यह साफ है कि इस सीट पर जेडीयू ताकतवर पार्टी है. जेडीयू ने लगातार इस सीट पर जीत दर्ज की है. इस बार के मुकाबले में एक तरफ जेडीयू है, तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंध है. उम्मीद है कि इस बार के चुनाव में जेडीयू शीला कुमारी को फिर से मैदान में उतारे. वहीं महागठबंधन की ओर से इस सीट पर कौन सी पार्टी के चुनाव लड़ने की सहमति बनती है, यह देखने लायक होगा.