विभूतिपुर विधानसभा चुनाव 2025 (Bibhutipur Assembly Election 2025)
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में अजय कुमार को कुल 73882 मत प्राप्त हुए, जबकि दूसरे स्थान पर रहे रामबालक सिंह को 33326 मत मिले. वामपंथ की इस किले को 2010 के विधानसभा चुनाव में जदयू के रामबालक सिंह ने फतह किया था. वर्ष 2015 में भी जदयू का कब्जा इस सीट पर बरकरार रहा. वर्ष 2015 में भी रामबालक सिंह ने 17235 वोट से सीपीएम के रामदेव वर्मा को पराजित किया था. इस सीट पर 2015 में लोजपा के रमेश कुमार राय 32261 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे.
वाम दलों का गढ़ रहा है विभूतिपुर (Bibhutipur Assembly Election)
कभी जिले का मास्को कहे जाने वाले विभूतिपुर विधानसभा सीट पर छह बार सीपीआइएम ने अपना झंडा बुलंद रखा है. इससे पूर्व फरवरी 2005 तथा अक्तूबर 2005 में जब लोजपा की टिकट से रामबालक पासवान यहां चुनाव लड़े थे, दोनों बार सीपीआइएम के रामदेव वर्मा ने उन्हें पराजित किया था. इस बार फिर इस सीट पर अपनी वापसी के लिए सीपीआइएम एड़ी चोटी एक किये हुए हैं, लेकिन मास्को की ध्वस्त दीवार को खड़ी करना सीपीआइएम के लिए बड़ी चुनौती होगी. जिले का यह विधानसभा सीट हमेशा चर्चा में रहा है. इस सीट पर दूसरे चरण में तीन नवंबर को चुनाव होना है.
वामपंथ की कांग्रेस से यहां सीधी लड़ाई (Bibhutipur Vidhan Sabha)
राम देव वर्मा यहां से 6 बार विधायक रह चुके थे. 1990, 1995, 2000, फरवरी 2005 और अक्टूबर 2005 के चुनाव में वो लगातार जीते थे. 1980 में वो पहली बार इस सीट से जीतकर आए थे. 1985 के चुनाव में राम देव वर्मा को कांग्रेस के चंद्रवली ठाकुर से हार झेलनी पड़ी थी. इस विधानसभा सीट पर अब तक कुल 13 बार चुनाव हुए हैं. इनमें 6 बार माकपा, तीन बार कांग्रेस, दो बार JDU और एक-एक बार संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी और भाकपा के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. इस सीट पर कांग्रेस आखिरी बार 1985 में जीती थी. जबकि, BJP को अभी तक यहां से जीत नसीब नहीं हुई है.