दिनारा विधानसभा चुनाव 2025 (Dinara Assembly Election 2025)
Dinara Vidhan Sabha Chunav 2025
बिहार की दिनारा विधानसभा सीट पर पिछले दो चुनावों में सियासी समीकरण बदलते रहे हैं. 2015 में JDU की जीत के बाद, 2020 में RJD ने इस सीट पर कब्जा जमाया. आगामी चुनावों में इस सीट पर कौन बाजी मारेगा, यह देखना दिलचस्प होगा.
बिहार की रोहतास जिले की दिनारा विधानसभा सीट, जो कभी जनता दल यूनाइटेड (JDU) का मजबूत गढ़ मानी जाती है, अब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के लिए चुनौती बन चुकी है. आइए जानते हैं इस सीट के चुनावी इतिहास और पिछले तीन चुनावों के आधार पर सियासी समीकरणों का विश्लेषण.
चुनावी इतिहास की परतें
दिनारा विधानसभा क्षेत्र का चुनावी इतिहास विविधताओं से भरा हुआ है. 1980 और 1985 में लगातार दो चुनावों में शिकस्त खाने के बाद, रामधनी सिंह ने 1990 में जोरदार वापसी की और जनता दल के टिकट पर लगातार चार बार विधायक चुने गए. 2000 और 2005 के चुनावों में भी उन्होंने जीत हासिल की. हालांकि, नवंबर 2005 में हुए चुनाव में उन्हें बहुजन समाज पार्टी की सीता सुंदरी देवी के हाथों हार का सामना करना पड़ा. 2010 में जनता दल यूनाइटेड ने फिर से वापसी की और पार्टी के कद्दावर नेता जय कुमार सिंह ने राष्ट्रीय जनता दल की सीता सुंदरी देवी को हराया.
2015 का कांटे का मुकाबला
2015 के विधानसभा चुनाव में, JDU के जय कुमार सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राजेंद्र प्रसाद सिंह को मात्र 2,691 वोटों के अंतर से हराया. जय कुमार सिंह को 43% और राजेंद्र प्रसाद सिंह को 41.2% वोट मिले. इस चुनाव में कुल 17 उम्मीदवारों ने भाग लिया, जिसमें आठ निर्दलीय थे.
2020 में RJD की एंट्री
2020 के विधानसभा चुनाव में, RJD के विजय मंडल ने लोक जन शक्ति पार्टी (LJP) के राजेंद्र सिंह को 8,228 वोटों के अंतर से हराया. विजय मंडल को 59,541 वोट (34.97%) मिले, जबकि राजेंद्र सिंह को 51,313 वोट (30.13%) मिले. इस चुनाव में कुल 34.97% मतदान हुआ था.