ठाकुरगंज विधानसभा चुनाव 2025 (Thakurganj Assembly Election 2025)
बिहार के किशनगंज जिले की ठाकुरगंज विधानसभा सीट का चुनावी इतिहास बीते तीन विधानसभा चुनावों में खासा दिलचस्प रहा है. यह सीट सीमांचल क्षेत्र की महत्वपूर्ण सीटों में से एक मानी जाती है, जहां हर चुनाव में मतदाताओं की भूमिका निर्णायक रही है.
ठाकुरगंज विधानसभा चुनाव 2010 (Thakurganj Assembly Election)
वर्ष 2010 के विधानसभा चुनाव में लोजपा के नौशाद आलम ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी. नौशाद को इस चुनाव में 36372 और जदयू के गोपाल कुमार अग्रवाल को 29409 वोट मिले. नौशाद ने gopal को 6963 वोटों से हराया था. यह चुनाव उस समय के जातीय समीकरणों और स्थानीय मुद्दों के चलते खासा चर्चित रहा था।
ठाकुरगंज विधानसभा चुनाव 2015 (Thakurganj Assembly)
इसके बाद 2015 के चुनाव में नौशाद आलम ने दल बदलते हुए जदयू का दामन थामा और एक बार फिर से जीत दर्ज की. इस चुनाव में नौशाद को 74239 और लोजपा के गोपाल अग्रवाल को 66152 वोट मिले. जदयू उम्मीदवार ने लोजपा के उम्मीदवार को 8,087 वोटों से शिकस्त दी. इस जीत ने नौशाद आलम की राजनीतिक पकड़ को और मजबूत किया.
ठाकुरगंज विधानसभा चुनाव 2020(Thakurganj Vidhan Sabha)
2020 के चुनाव में राजनीतिक समीकरण पूरी तरह बदल गए. इस बार राजद के सौद आलम ने भारी मतों से जीत दर्ज की. उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार गोपाल कुमार अग्रवाल को 23,887 वोटों के बड़े अंतर से हराया. सौद आलम की यह जीत राजद के लिए सीमांचल में बड़ी सफलता मानी गई. इस चुनाव में क्षेत्रीय विकास, शिक्षा, सड़क और रोजगार जैसे मुद्दों ने प्रमुख भूमिका निभाई.
गोपाल अग्रवाल हर चुनाव में बतौर प्रमुख प्रत्याशी सामने आते रहे हैं, लेकिन उन्हें तीनों बार हार का सामना करना पड़ा. वहीं, सौद आलम की एंट्री ने ठाकुरगंज की राजनीति को एक नया मोड़ दिया है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 2025 के चुनाव में जनता किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है, और क्या सौद आलम अपनी सीट बचा पाएंगे या कोई नया चेहरा उभरकर सामने आएगा.