निर्मली विधानसभा चुनाव 2025 (Nirmali Assembly Election 2025)
सीट का इतिहास निर्मली विधानसभा में पहली बार वोटिंग 1951 में हुई. तब कांग्रेस पार्टी के कामता प्रसाद गुप्ता ने एसपी के विनायक प्रसाद यादव को हराया था. इसके बाद यह विधानसभा 2007 तक अस्तित्व में नहीं रही. 2008 में नए परिसीमन के बाद इसकी स्थिति फिर से बहाल की गई. 2010 में फिर चुनाव की शुरुआत हुई.
296989 से अधिक मतदाता
2020 के विधानसभा चुनाव के अनुसार निर्मली विधानसभा के कुल मतदाता – 296989 थे. 2020 के विधानसभा चुनाव के अनुसार निर्मली विधानसभा के मतदान केंद्रों की संख्या – 420 रही. 2024 के संसद चुनाव के अनुसार निर्मली विधानसभा के मतदान केंद्रों की संख्या – 324 थी. 2020 के विधानसभा चुनाव में निर्मली विधानसभा के मतदाताओं का मतदान – 63.2%, 2019 के संसद चुनाव में निर्मली विधानसभा के मतदाताओं का मतदान – 66.77% और 2015 के विधानसभा चुनाव में निर्मली विधानसभा के मतदाताओं का मतदान – 62.17% हुए.
जदयू का कब्जा
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में निर्मली विधानसभा सीट से जेडीयू उम्मीदवार अनिरुद्ध प्रसाद यादव जीत चुके हैं. उन्होंने आरजेडी के उम्मीदवार यदुवंश कुमार यादव को 43922 मतों के अंतर से हराया. यहां जेडीयू के अनिरुद्ध प्रसाद यादव साल 2010 से सीट पर कब्जा जमाए हुए हैं. निर्मली विधानसभा सीट पर वर्तमान में जेडीयू से अनिरुद्ध प्रसाद यादव ने साल 2015 के चुनाव में बीजेपी के राम कुमार राय को हराकर सीट अपने नाम की थी. दोनों के बीच कांटे की टक्कर हुई, लेकिन सीट जेडीयू के खाते में जा गिरी. ऐसे में इस बार भी ऐसा माना जा रहा है कि यादव फिर से चुनावी रन में कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार हैं और क्षेत्र की जनता के बीच अपनी मौजूदगी दर्ज कर रहे हैं.
जदयू का रहा है गढ़
2010 में जदयू के अनिरुद्ध प्रसाद ने कांग्रेस पार्टी के विजय कुमार गुप्ता को चुनावी समर में मात दी. अनिरुद्ध प्रसाद को कुल 70,150 वोट मिले तो वहीं कांग्रेस के विजय कुमार गुप्ता को 24,140 मत हासिल हुए थे. 2015 के चुनाव में जनता दल यूनाइटेड भी महागठबंधन का हिस्सा थी. जाहिर तौर पर सामने एनडीए से लड़ाई थी. बीजेपी प्रत्याशी राम कुमार राय, अनिरुद्ध प्रसाद यादव के सामने थे. चुनाव में अनिरुद्ध प्रसाद जीते और राम कुमार राय हार गए. एक तरफ जहां जेडीयू को कुल 79,600 मत हासिल हुए वहीं दूसरी ओर बीजेपी को 55,649 वोट मिले. इस चुनाव में कुल 62 फीसदी लोगों ने वोटिंग की थी. जीत का अंतर 23,951 का रहा. इस चुनाव में कुल 14 लोग मैदान में उतरे थे लेकिन 12 प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई.