फुलवारी विधानसभा चुनाव 2025 (Phulwari Assembly Election 2025)
फुलवारी शरीफ विधानसभा सीट पर लंबे समय तक जदयू नेता श्यामरजक का कब्जा रहा है. इस सीट पर रविदास, पासवान के साथ ही यादव और मुस्लिम वोटरों की सबसे ज्यादा संख्या है. यही कारण है कि इस सीट को आरजेडी का गढ़ कहा जाता है. लेकिन 2025 के विधानसभा चुनाव में क्या होगा?
पटना जिले की फुलवारी शरीफ विधानसभा सीट को RJD का गढ़ माना जाता है. इस सीट पर आरजेडी का जिसे समर्थन मिलता है उसकी जीत पक्की मानी जाती है. लेकिन इस सीट पर समीकरण बदलते भी रहते हैं. 2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन कोटे के भाकपा माले (CPIML) प्रत्याशी गोपाल रविदास ने जेडीयू (JDU) प्रत्याशी अरुण मांझी को पराजित कर इस सीट को अपने नाम किया था.
श्याम रजक का रहा है यहां जलवा(Phulwari Assembly Election)
जबकि 2015 के विधानसभा चुनाव में JDU के टिकट पर श्याम रजक यहां से छठी बार विधायक बने थे. उन्होंने हम (सेक्युलर) के राजेश्वर मांझी को 45,713 मतों से हराया था. श्याम रजक 1995 में जनता दल, 2000, फरवरी 2005, अक्टूबर 2005 में RJD टिकट पर चुनकर आए. लेकिन 2009 में उन्होंने RJD का साथ छोड़ JDU का दामन थाम लिया था. इसके बाद 2009 में हुए उप-चुनाव में रजक को RJD के उदय कुमार ने हरा दिया. 2010 और 2015 के विधानसभा चुनाव में श्याम रजक फिर से इस सीट विधायक चुने गए.
चार बार आरजेडी के रहे हैं विधायक(Phulwari Vidhan Sabha)
2009 में हुए उप-चुनाव समेत यहां अब तक यहां 12 चुनाव हुए हैं. सबसे ज्यादा 4 बार RJD, 3 बार कांग्रेस, 2 बार JDU, 1-1 बार जनता दल और जनता पार्टी को जीत मिली है.
फुलवारीशरीफ विधानसभा सीट पर जातीय समीकरण
फुलवारीशरीफ विधानसभा सीट पर रविदास, पासवान के साथ ही यादव और मुस्लिम वोटरों की सबसे ज्यादा संख्या है. इस सीट पर अब तक सबसे ज्यादा मतदान 63.32 प्रतिशत साल 2000 में हुआ था, इस दौरान पुरुषों ने 73.7 और महिलाओं ने 50.95 प्रतिशत मतदान किया था.