शेरघाटी विधानसभा चुनाव 2025 (Sherghati Assembly Election 2025)
Sherghati Vidhan Sabha Chunav 2025
दिल्ली से कोलकाता को जोड़ने वाली जीटी रोड शेरघाटी विधानसभा के तीनों प्रखंड आमस, शेरघाटी और डोभी के बीचों-बीच गुजरती है. जिसकी वजह से एक बड़ी आबादी जीटी रोड के किनारे कई तरह के व्यवसाय से जुड़ी हैं. वहीं विधानसभा क्षेत्र के कई इलाके में जंगल और पहाड़ है. जिसकी वजह से यहां विकास की रौशनी अभी भी पूरी तरह से नहीं पहुंच पाई है.
Bihar Election 2025: बिहार एक बार फिर अपना मुख्यमंत्री चुनने के लिए तैयार है. राज्य में चुनावी बयार बहने लगी है. बिहार के गया जिला के शेरघाटी विधानसभा सीट पर एक बार फिर से एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधी लड़ाई की संभावना है. हालांकि जन सुराज की इंट्री से यहां पर लड़ाई त्रिकोणीय होने की संभवना है. इस सीट पर अब तक सिर्फ 7 चुनाव हुए हैं, जिनमें 3 बार कांग्रेस, 2 बार JDU और 1-1 बार जनक्रांति दल और निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे. आज तक BJP इस सीट से चुनाव नहीं जीत सकी है.आखिरी बार कांग्रेस भी 1962 में यहां से जीती थी.
विनोद को हराकर जीत अपने नाम किया था मंजू
2020 विधानसभा का चुनाव राष्ट्रीय जनता दल ने अपने नाम कर लिया था. 2020 में शेरघाटी में कुल 35.74 प्रतिशत वोट पड़े थे. 2020 में राष्ट्रीय जनता दल से मंजु अग्रवाल ने जनता दल यूनाइटेड की टिकट से दो बार से चुनाव जीत चुके विनोद प्रसाद यादव को 16690 वोटों के मार्जिन से हराया था. वर्ष 2015 में विनोद प्रसाद यादव यहां से जदयू के टिकट पर विजयी हुए थे. विनोद प्रसाद यादव 2010 में सबसे पहले अपने नाम महागठबंधन के प्रत्याशी को हराकर किया था. इस बार शेरघाटी विधानसभा का चुनाव किस दल के नाम पर होगा यह तो यहां की जनता तय करेगी. लेकिन, चुनावरोचक होने की संभवाना है.
जातीय समीकरण
इस सीट पर सबसे बड़ी भूमिका में यादव वोटर हैं. यहां 1985 में सबसे ज्यादा वोट डाले गए थे, जिसमें 78.88% मतदान हुआ था. वहीं 1951 के पहले विधानसभा चुनाव में यहां 33.24% सबसे कम वोट डाले गए थे.
कब-कब कौन जीता
2020- मंजु अग्रवाल (राष्ट्रीय जनता दल )
2015- विनोद प्रसाद यादव (जदयू)
2010- विनोद प्रसाद यादव (जदयू)
1972- जयराम गिरी (कांग्रेस)
1967- मुश्ताक अली खां (जेकेडी)
1962- कैप्टन शाहजहां (कांग्रेस)
1957- कैप्टन शाहजहां (कांग्रेस)