जमालपुर विधानसभा चुनाव 2025 (Jamalpur Assembly Election 2025)
जमालपुर विधानसभा मुंगेर लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. 1967 से पहले यहां कांग्रेस का दबदबा रहा था. 1967 के बाद 2020 में इस सीट पर कांग्रेस ने वापसी की. इससे पहले जदयू ने 2005 से 2020 तक इस सीट पर अपना कब्जा जमाकर रखा था. राजद भी इस सीट पर 2000 में जीत दर्ज कर चुका है.
कांग्रेस ने लंबे अरसे बाद जीती सीट(Jamalpur Assembly Election)
जमालपुर विधानसभा में पिछली बार 2020 में हुए चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली. महागठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में आयी तो अजय कुमार सिंह प्रत्याशी बनाए गए. एनडीए की ओर से जदयू के शैलेश कुमार उम्मीदवार बने. इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगाकर फिर से मैदान में उतरे शैलेश कुमार को हार का सामना करना पड़ गया था. अजय कुमार ने 4432 मतों के अंतर से शैलेश को हराया था. चिराग पासवान ने भी उम्मीदवार उतारकर जदयू का यहां खेल बिगाड़ा था. लोजपा उम्मीदवार दुर्गेश कुमार सिंह को 14 हजार से अधिक वोट मिले थे.
2015 में जदयू ने लोजपा को हराया(Jamalpur Assembly)
2015 में इस सीट पर चुनाव हुआ जो जदयू भाजपा से अलग और राजद कांग्रेस के साथ थी. जदयू के शैलेश कुमार ने तब लोजपा के हिमांशु कुंवर को सीधी टक्कर में 15 हजार से अधिक वोटों से हराया था. महागठबंधन के उम्मीदवार जदयू के शैलेश कुमार को 67,273 वोट मिले थे, जबकि लोजपा के हिमांशु कुंवर को 51,797 वोटों से संतोष करना पड़ा था.
2010 में भी जदयू लोजपा की दिखी टक्कर(Jamalpur Vidhan Sabha)
2010 के चुनाव में भी जदयू के शैलेश कुमार ही उम्मीदवार थे. लोजपा की साधना देवी को उन्होंने इस चुनाव में 21 हजार से अधिक वोटों से हराया था. जबकि 2005 के चुनाव में शैलेश कुमार ने राजद के उपेंद्र प्रसाद वर्मा को करीब 33 हजार वोटों से हराया था. इसबार दोनों गठबंधनों में सीट शेयरिंग और टिकट को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
इसबार सीट बंटवारे पर रहेगी नजर
इसबार एनडीए में लोजपा और जदयू साथ है. लोजपा भी यहां कड़ी टक्कर देता रहा है. सीट बंटवारे में जदयू के पास यह सीट जाएगी, या लोजपा यहां अपनी माटी मजबूत करने में जुटेगा, इसबार सबकी नजरें इसपर भी रहेंगी.