गोह विधानसभा चुनाव 2025 (Goh Assembly Election 2025)
Goh Vidhan Sabha Chunav 2025
बिहार की राजनीति में अहम मानी जाने वाली गोह विधानसभा सीट ने 2020 में नया इतिहास रच दिया. जहां एक दशक तक भाजपा का दबदबा कायम था, वहीं इस बार राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने जोरदार वापसी करते हुए पहली बार यह सीट अपने नाम कर ली. अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट पर जातीय समीकरण और राजनीतिक रणनीति ने निर्णायक भूमिका निभाई.
2020 में RJD ने जीती यह सीट
2020 विधानसभा चुनाव में RJD प्रत्याशी भीम सिंह ने भाजपा के मनोज कुमार शर्मा को करारी शिकस्त दी. भीम ने 35,638 मतों के भारी अंतर से जीत दर्ज कर यह संदेश दे दिया कि गोह अब राजनीतिक रूप से किसी की बपौती नहीं रह गई है. यह RJD के लिए न केवल रणनीतिक बल्कि मनोवैज्ञानिक जीत भी रही.
2010 और 2015 में बीजेपी ने चखा था जीत का स्वाद
इससे पहले 2015 और 2010 के चुनावों में भाजपा ने लगातार जीत हासिल की थी. 2015 में भी मनोज कुमार शर्मा ने पार्टी के पक्ष में लहर कायम रखी थी, जबकि 2010 में भी भाजपा उम्मीदवार ने बाज़ी मारी थी. इन जीतों के दम पर भाजपा इसे अपनी मजबूत सीट मानती थी, लेकिन 2020 में जनता ने नया रुख अपनाया. गोह क्षेत्र में दलित, पिछड़ा वर्ग और अन्य जातियों का गठजोड़ चुनावी परिणामों को निर्णायक रूप से प्रभावित करता है. RJD ने इस सामाजिक समीकरण को भांपते हुए अपना प्रचार अभियान चलाया और स्थानीय मुद्दों पर फोकस रखा.
पिछले तीन चुनावों के परिणाम:
2020 विधानसभा चुनाव:
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के भीम कुमार यादव ने भाजपा के मनोज कुमार शर्मा को 35,638 मतों के अंतर से हराया. यह RJD की इस सीट पर पहली जीत थी, जो पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई.
2015 विधानसभा चुनाव:
भा.ज.पा. के मनोज कुमार शर्मा ने इस चुनाव में जीत दर्ज की थी. यह चुनाव भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण जीत थी, जिसने पार्टी की स्थिति को मजबूत किया.
2010 विधानसभा चुनाव:
इस चुनाव में भी भाजपा के उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी. भा.ज.पा. ने इस चुनाव में अपनी स्थिति को बनाए रखा था.