सहरसा विधानसभा चुनाव 2025 (Saharsa Assembly Election 2025)
वहीं आरजेडी इस सीट पर साल 2015 में जीत हासिल की और विधायक बने अरुण कुमार, लेकिन साल 2020 के चुनाव में आरजेडी ने अरुण कुमार को टिकट नहीं दिया और मैदान में आरजेडी की ओर से लवली आनंद को खड़ा किया गया. लेकिन इस बार सीट पर बीजेपी ने 19,679 वोटों के अंतर से लवली आनंद को हराकर वापसी कर ली और विधायक बने आलोक रंजन. यानी इस सीट पर एक तरफ बीजेपी है, तो दूसरी तरफ आरजेडी. जानिए क्या रहा है इस सीट पर पिछले तीन विधानसभा चुनाव का रिकॉर्ड और क्या है 2025 के मुकाबले की संभावना.
2020 सहरसा विधानसभा चुनाव (Saharsa Assembly Election)
इस चुनाव में बीजेपी के आलोक रंजन और आरजेडी की लवली आनंद के बीच मुख्य मुकाबला था. बीजेपी के आलोक रंजन को 1,03,538 वोट, तो वहीं आरजेडी की लवली आनंद को 83,859 वोट मिले. इस चुनाव में बीजेपी के आलोक रंजन ने 19,679 वोटों के अंतर से जीत हासिल की.
2015 सहरसा विधानसभा चुनाव(Saharsa Assembly)
इस चुनाव में आरजेडी के अरुण कुमार और बीजेपी के आलोक रंजन के बीच मुख्य मुकाबला था. आरजेडी के अरुण कुमार को कुल 1,02,850 वोट मिले, तो वहीं बीजेपी के आलोक रंजन को कुल 63,644 वोट मिले. इस चुनाव में आरजेडी के अरुण कुमार ने 39,206 वोटों के अंतर से जीत हासिल की.
2010 सहरसा विधानसभा चुनाव (Saharsa Vidhan Sabha Chunav)
इस चुनाव में बीजेपी के आलोक रंजन और आरजेडी के अरुण कुमार के बीच में मुख्य मुकाबला था. बीजेपी के आलोक रंजन को कुल 55,687 वोट मिले, तो वहीं आरजेडी के अरुण कुमार को कुल 47,708 वोट मिले. इस चुनाव में बीजेपी के आलोक रंजन ने 7,979 वोटों के अंतर से जीत हासिल की.
सहरसा विधानसभा चुनाव 2025 (Saharsa Assembly Election 2025)का मुकाबला
आगामी विधानसभा चुनाव 2025 में सहरसा विधानसभा सीट पर मुख्य मुकाबला बीजेपी और आरजेडी के बीच ही होने की संभावना है. बीजेपी लगातार पिछले तीन बार से इस सीट पर चुनाव में आलोक रंजन को खड़ा कर रही है, जिसमें साल 2010 में उन्होंने आरजेडी को हराया, लेकिन साल 2015 में 39,206 वोटों के अंतर से आरजेडी जीत गई. इसके बाद बीजेपी के आलोक रंजन ने साल 2020 के चुनाव में आरजेडी को हराकर एक बार फिर वापसी की. ऐसे में यह संभावना है कि बीपेजी एक बार फिर चुनावी मैदान में आलोक रंजन को ही उतारे. वहीं आरजेडी ने साल 2015 में जीत हासिल कर विधायक बने अरुण कुमार को 2020 के चुनाव में लवली आनंद को उतार दिया, जिसमें 19,679 वोटों के अंतर से आरजेडी की हार हुई. हालांकि इसके बाद साल 2024 में लवली आनंद आरजेडी का साथ छोड़कर जेडीयू में शामिल हो गईं. ऐसे में यह देखने लायक होगा कि आरजेडी इस बार के चुनाव में मैदान में किसे खड़ा करेगी.