गुरूआ विधानसभा चुनाव 2025 (Gurua Assembly Election 2025)
Gurua Vidhan Sabha Chunav 2025
बिहार का गुरूआ विधानसभा सीट बेहद ही खास रहा है. इस सीट पर लालू प्रसाद यादव की पार्टी यानी कि आरजेडी का कब्जा रहा है. साल 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में भी आरजेडी के प्रत्याशी विनय कुमार ने बीजेपी के प्रत्याशी राजीव नंदन को 6599 वोटों से हरा दिया. खास बात यह है कि, गुरूआ विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति के वोटरों की संख्या काफी ज्यादा है.
बिहार का गुरूआ विधानसभा क्षेत्र औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. यह सीट बिहार की तमाम विधानसभा सीटों में बेहद खास माना जाता है. इस सीट पर काफी लंबे समय तक लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी का कब्जा रहा है. विधानसभा चुनाव 2020 में आरेजडी के प्रत्याशी विनय कुमार ने बड़ी जीत हासिल की थी और अपने विरोधी बीजेपी के प्रत्याशी राजीव नंदन को 6599 वोटों से हरा दिया था.
ये सभी प्रत्याशी थे चुनावी मैदान में…
बता दें कि, विधानसभा चुनाव 2020 में आरजेडी के विनय कुमार को 70761 वोट मिले तो वहीं, बीजेपी के राजीव नंदन को 64162 वोट मिले. इनके अलावा राष्ट्र सेवा दल के ब्रजेश पांडेय, जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के सुधीर कुमार वर्मा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के रामाधार सिंह मुख्य रूप से चुनावी मैदान में थे. बता दें कि, गुरूआ विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति के वोटरों की संख्या काफी ज्यादा है.
पिछले कुछ सालों में हुए चुनावी नतीजे
वहीं, पिछले कुछ सालों में हुए चुनावी नतीजों पर नजर डालें तो, साल 1977 में यह सीट वजूद में आई थी. जनता पार्टी के उपेंद्र नाथ वर्मा विधायक चुने गए थे. इसके बाद साल 1980 और 1985 के चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी. फिर 1990 और 1995 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर रामचंद्र सिंह ने जीत दर्ज की. इसके बाद साल 2000, 2005 के फरवरी और अक्टूबर में आरजेडी के शकील अहमद खान ने कब्जा जमाए रखा. फिर 2010 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पहली बार जीत हासिल की. 2015 में भी बीजेपी की जीत कायम रही. लेकिन, 2020 में बीजेपी से आरजेडी ने फिर यह सीट छीन ली और विनय कुमार विधायक चुने गए.
इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा के चुनाव में एक बार फिर बीजेपी और आरजेडी के बीच ही मुकाबला हो सकता है.