Ram Katha in Kharsawan| खरसावां, शचिंद्र कुमार दाश : खरसावां के बेहरासाही पंचयात सचिवालय के सामने सोमवार को 9 दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा की शुरुआत हुई. श्रीधाम वृंदावन से कथा वाचिका दीदी दिव्यांशी जी ने राम कथा सुनायी. उन्होंने कहा कि राम की महिमा अपरम्पार है. जीवन का आधार ही राम नाम है. श्रीराम कण-कण में रमण करने वाली शक्ति है और श्री राम की कथा का श्रवण करने से इंसान भवसागर से पार हो जाता है. श्रीराम की भक्ति मन, वचन और कर्म की शुद्धि का मार्ग प्रशस्त करती है.
भगवान राम के आदर्शों को अपनाने से धन्य हो जाता है जीवन
दिव्यांशी जी ने कहा कि भगवान राम की कथा का श्रवण करना केवल पुण्य अर्जन नहीं, बल्कि आत्मा को जागृत करने का भी माध्यम है. उन्होंने कहा कि जो श्रद्धालु भागवान राम के आदर्शों को अपनाते हैं, उनका जीवन सार्थक और धन्य हो जाता है. सूर्य, चंद्रमा, अग्नि, वायु सभी में जो शक्ति है, वह राम नाम में समाहित है.
गुरु-शिष्य परंपरा पर भी प्रकाश डाला
कथावाचिका ने कहा कि राम नाम का जाप और राम कथा के श्रवण का जब भी मौका मिले, वहां निश्चित रूप से पहुंचें. इस दौरान दिव्यांशी जी ने भगवान राम से जुड़ी कई कथाएं सनायीं. उन्होंने गुरु-शिष्य परंपरा पर भी प्रकाश डाला.
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कलश यात्रा में लगे जय श्रीराम के जयकारे
खरसावां में राम कथा के पहले दिन भव्य कलश यात्रा निकाली गयी. विधिवत घट पूजन और वैदिक मंत्रोच्चार के बाद सोना नदी के जल का कलश में संग्रह किया गया. खरसावां के हाई स्कूल घाट से निकली कलश यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए. रामधुन के साथ माथे पर कलश लेकर श्रद्धालुओं ने खरसावां के तलसाही, बाजारसाही, कुम्हारसाही, बेहरासाही होते हुए करीब 3 किलोमीटर तक पद यात्रा की. यहां कलश स्थापित कर विधिवत पूजा-अर्चना की.

माथे पर रामचरितमानस लेकर चलते रहे श्रद्धालु
इस दौरान श्रद्धालु रामचरितमानस ग्रंथ को माथे पर लेकर चलते रहे. इस दौरान जय श्रीराम के जयकारे लगाये गये. कलश यात्रा के सामने खुली कार में कथा वाचिका दीदी दिव्यांशी लोगों का अभिवादन कर रहीं थीं. पारंपरिक वाद्य यंत्र और मंगलध्वनि गूंज रहे थे. इससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा.
5 मार्च तक चलेगी राम कथा
खरसावां के बेहरासाही में 24 फरवरी से शुरू हुई संगीतमय श्रीराम कथा 5 मार्च तक चलेगी. प्रतिदिन शाम 5 बजे से 6 बजे तक भजन संध्या का आयोजन होगा. इसके बाद शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक श्रीधाम वृंदावन से कथावाचिका दीदी दिव्यांशी जी राम कथा सुनायेंगी. 5 मार्च को पूर्णाहुति के साथ राम कथा का समापन होगा. इसी दिन शाम 7 बजे से स्थानीय भजन गायक पृथ्वीराज सिंहदेव के द्वारा भजन प्रस्तुत की जायेगी.
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