दिल्ली में ऑफिस का इरादा नहीं, दिल्ली ऑफिस बंद करने से बचेंगे 70 करोड़
नयी दिल्ली : टाटा स्टील ने गुरुवार को कहा कि वह भूषण स्टील के साहिबाबाद स्थित प्लांट से ही काम करेगी. टाटा स्टील ने स्पष्ट किया है कि उसका 46,000 करोड़ रुपये के कर्ज तले दबी भूषण स्टील कंपनी का राष्ट्रीय राजधानी में कार्यालय रखने का इरादा नहीं है. दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता के तहत टाटा स्टील ने भूषण स्टील का 32,500 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया है.
कंपनी के स्टील कारोबार के अध्यक्ष आनंद सेन ने कहा कि हमें दिल्ली में कार्यालय रखने की जरूरत महसूस नहीं हो रही है. भूषण स्टील के पूर्व प्रोमोटर नीरज सिंघल ने नयी दिल्ली में अपने कॉरपोरेट कार्यालय के लिए लीज करार किया था. सेन ने कहा, ‘हम साहिबाबाद कारखाने से काम करेंगे. भूषण स्टील के इस प्लांट में पर्याप्त जगह है. हमें दिल्ली में कार्यालय रखने की जरूरत नहीं है.’
यह पूछे जाने पर कि इस कदम से कंपनी को कितनी बचत होगी, उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्हें नहीं पता है. हालांकि, इस तरह की खबरें आयी हैं कि इससे टाटा स्टील को सालाना 70 करोड़ रुपये की बचत होगी.
सेन ने कहा कि टाटा स्टील ने अपने कलिंगनगर प्लांट में पहले ही चरण दो का विस्तार शुरू कर दिया है. इससे इस यूनिट की क्षमता सालाना 30 लाख टन से बढ़ कर 80 लाख टन हो जायेगी. यह 2021 के अंत तक किसी भी समय तैयार हो सकती है.