वहीं आंधी ने लोगों को तबाह कर दिया है. तेज हवा चलने से फसल का काफी नुकसान हुआ है. पेड़ के साथ-साथ कई गरीब परिवार की झोपड़ी भी उजड़ गयी. हवा इतनी तेज थी की शहर के कई मकानों पर लगे होर्डिग दीवार से उखाड़ गयी.
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सबटा गेहूं खेते में रही गेलै हो बाबू
बांका: सबटा गेहूं खेत में रही गेलै हो बाबू..यह कह कर जिले के कई किसान रोने लगते हैं. जी हां, जिले में मंगलवार को आयी बेमौसम की बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों के सपने पर पानी फिर दिया है. वहीं आंधी ने लोगों को तबाह कर दिया है. तेज हवा चलने से फसल का काफी […]
बांका: सबटा गेहूं खेत में रही गेलै हो बाबू..यह कह कर जिले के कई किसान रोने लगते हैं. जी हां, जिले में मंगलवार को आयी बेमौसम की बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों के सपने पर पानी फिर दिया है.
मालूम हो कि मंगलवार की दोपहर में अचानक आयी बारिश ने काफी तबाही मचायी है. बारिश के साथ तेज हवा चलने से कई मुख्य मार्ग व ग्रामीण सड़कों पर मोटे-मोटे पेड़ को उखाड़ गये. आंधी आने से दिन में ही रात जैसा नजारा लगने लगा. इस दौरान नगर पंचायत के सैजपुर, गरनियां, नोनिहारी, केवलडीह व प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बिंडी, करनावै, गोलाहू, हरिपुर, मंङिायारा, बैसा, बिसनपुर, खड़ियारा, भदरार, रैनिया, बसीपुर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में तेज हवा के साथ बारिश व ओलावृष्टि से किसान की फसल पूरी तरह बरबाद हो गयी. इस संबंध में किसान राम गोविंद सिंह, रंजीत कुमार, अशोक प्रसाद, मनोज कुमार ने बताया कि अच्छी उपज के लिए किसान कर्ज लेकर अपने खेत में फसल लगा कर कई माह तक दिन भर कड़ी मेहनत करते हैं. लेकिन, घंटों की बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फिर दिया. किसान पूरी तरह बरबाद हो गये हैं.
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