झुमरीतिलैया. प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विद्यालय में 89वां त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव का आयोजन किया गया. मोके राजयोगिनी शीला दीदी ने महाशिवरात्रि के आध्यात्मिक रहस्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह पर्व केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि परमात्मा शिव के दिव्य अवतरण की यादगार है. शिव बाबा इस धरती पर आकर मनुष्यों को देव स्वरूप में ढालने का ज्ञान और राजयोग की शिक्षा देते हैं. महाशिवरात्रि पर्व पर शिवालयों में धतूरा, भांग और बेलपत्र अर्पित करने के पीछे गहरा आध्यात्मिक संदेश छिपा है. ये प्रतीक है कि हमें अपने जीवन की बुरी आदतें, गलत संस्कार और विकार परमात्मा को समर्पित कर देने चाहिए, ताकि हम शुद्ध और पवित्र जीवन जी सकें. मुख्य अतिथि भाजपा नेता नितेश चंद्रवंशी ने कहा कि यह विश्वविद्यालय आत्मा को सुंदर और पवित्र बनाने का अद्भुत ज्ञान प्रदान करता है. भाजपा जिलाध्यक्ष अनूप जोशी ने कहा कि शिवरात्रि हमें अपने अंदर छिपे अहंकार और नकारात्मकता को समाप्त कर ज्ञान की ज्योति जलाने का प्रेरणा देता है. समाजसेवी प्रदीप केडिया व अविनाश सेठ ने कहा कि हम स्वयं में बदलाव लाकर ही पूरे विश्व को बदल सकते हैं. समारोह में शिव बाबा का ध्वज फहराकर सभी ने विकारों से मुक्त होने की प्रतिज्ञा ली गयी. इसके बाद आकर्षक झांकी को नगर भ्रमण के लिए रवाना किया गया. इस अवसर पर ग्रिजली निदेशक अविनाश सेठ, उप प्राचार्या संजीता कुमारी, स्वाति अग्रवाल, रजनी खेतान, मीणा खेतान, रीता मीणा, संगीता अग्रवाल, सुधा, हेमंत सुधीर भाई, सुनील अग्रवाल, शंकर कुमार, सुमन कुमार, राजेश कुमार, प्रदीप कुमार सहित कई श्रद्धालु उपस्थित थे.
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