गुमला : गुमला थाना क्षेत्र के कसीरा गांव में बुधवार रात साढ़े आठ बजे चार उग्रवादी मोबाइल दुकानदार रमेश चंद्र साहू की हत्या करने आये, लेकिन महिला के साहस ने इनके हौसले पस्त कर दिये.
एतवारी देवी नामक महिला ने 10 मिनट तक एक उग्रवादी से संघर्ष किया. उसकी पिस्तौल छीन ली और फिर लोगों ने पीट-पीट कर उसे मार डाला. इससे पहले तीन उग्रवादी जान बचा कर भाग गये. मृत उग्रवादी की पहचान नहीं हो पायी है. जान बचा कर भागे दो उग्रवादियों की पहचान मोहन राम महली और प्रदीप साहू के रूप में हुई है. घटना गुमला थाना से 21 किलोमीटर दूर कसीरा गांव की है.
बताया जाता है कि उग्रवादी गांव के मोबाइल दुकानदार रमेश चंद्र साहू की हत्या करने आये थे. मारे गये उग्रवादी के पास से एक पिस्तौल, तीन सिम कार्ड व अन्य सामान बरामद हुए हैं.
पुलिस गुरुवार की सुबह गांव पहुंची और उग्रवादी के शव को कब्जे में लिया. पुलिस ने 150 अज्ञात लोगों पर नाजायज मजमा लगा कर एक व्यक्ति की हत्या करने का मुकदमा दर्ज कर लिया है. वहीं, रमेश चंद्र साहू ने मोहन महली और प्रदीप साहू पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है. साहू ने कहा है कि चार लोग उसकी हत्या करने आये थे. इनमें से एक ने उस पर गोली चलायी. हालांकि, वह गोली की जद में आने से बच गया.
उग्रवादी ने रमेश से कहा : तुम्हें एरिया कमांडर ने मारने के लिए भेजा है
रमेश चंद्र साहू ने बताया कि बुधवार शाम छह बजे एक व्यक्ति उसके पास आया. उसने 100 रुपये का चेंज मांगा. इसी दौरान उसने कहा, ‘मेरे संगठन के एरिया कमांडर ने तुम्हें मारने के लिए हमें भेजा है.’ इतना कह कर वह वहां से चला गया. रमेश डर गया. रात आठ बजे रमेश अपने घर में नहीं सोया. वह अपनी बहन के घर सोने जा रहा था. इसी दाैरान रास्ते में चार लोगों ने उसे रोकने का प्रयास किया. रमेश चिल्लाते हुए भागने लगा. इसी क्रम में ग्रामीणों ने उनकी घेराबंदी कर एक उग्रवादी को धर दबोचा और उसे पीटने लगे, जिससे उसकी मौत हो गयी. हालांकि, तीन उग्रवादी भाग गये.
पति की जान बचाने के लिए उग्रवादी से भिड़ गयी एतवारी
रमेश को बचाने के लिए ग्रामीणों ने उग्रवादियों को पकड़ने के लिए दौड़ाया, तो एक उग्रवादी दिलीप साहू के घर के सामने से भाग रहा था. तभी दिलीप व उसकी पत्नी एतवारी देवी आवाज सुन कर घर से निकली. उसका सामना एक उग्रवादी से हो गया. दिलीप ने उग्रवादी से ही पूछा कि इतना हल्ला क्यों हो रहा है.
यह सुन उग्रवादी ने दिलीप पर पिस्तौल तान दी और कहा कि चुपचाप घर के अंदर जाओ. यह देख एतवारी उग्रवादी से भिड़ गयी. उसने उग्रवादी की पिस्तौल छीन ली. तब तक गांव के लोग जुट गये और उग्रवादी को पीटने लगे. ग्रामीणों ने कसीरा गांव के बीच सड़क पर लाकर उग्रवादी के चेहरे को पत्थर से कूच दिया.
कोट
मारे गये युवक की पहचान नहीं हुई है. जान बचा कर भागे दो लोगों की पहचान हुई है. पुलिस दोनों को खोज रही है. इस पूरे मामले की जांच की जा रही है.
राकेश कुमार, थाना प्रभारी, गुमला