मुसाबनी. मुसाबनी प्रखंड स्थित सुरदा माइंस थ्री शाफ्ट के नीचे सरजमबुरु में मंगलवार को ग्रामीणों ने पहाड़ पूजा की. ग्रामीणों ने खेती के लिए अच्छी बारिश व हिंसक जंगली जानवरों से सुरक्षित रखने की कामना की. पहाड़ पूजा में 12 मौजा के ग्राम प्रधान और श्रद्धालु शामिल हुए. मुख्य पुजारी गणेश सोरेन, सहायक पुजारी राजेंद्र सबर ने पारंपरिक रीति-रिवाज से पहाड़ पूजा की. ग्रामीणों के अनुसार, सरजमबुरु पहाड़ पूजा प्राचीन समय से हो रही है. सुरदा माइंस के 3 व 4 शाफ्ट पहले घने जंगलों से घिरा था. जंगल में हिंसक जानवर थे. इससे मनुष्यों के साथ पालतू पशुओं को क्षति पहुंचती थी. मान्यता है कि पहाड़ पूजा करने से पहाड़ी देवता ग्रामीणों को हिंसक जानवरों से सुरक्षित करते हैं. वहीं, खेती के लिए समय पर अच्छी बारिश होती है. पहाड़ पूजा में बाड़ाघाट के ग्राम प्रधान गोपाल टुडू, सुरदा के लखन टुडू, पाथरगोड़ा के सिदो हांसदा, ताबाजोड़ी के फुरमाल टुडू, लावकेश्वरा के मातू माडी, बिरुनिया के ग्राम प्रधान यश मार्डी सहित सोहदा, कदमडीह, उपरबांधा, सड़कघुटू, धोबनी, सोनागाड़ा, जामशोल आदि गांव के ग्राम प्रधान व श्रद्धालु उपस्थित हुए. पहाड़ पूजा के बाद शिकारी दल जंगल में पारंपरिक शिकार करने जाते हैं. पहाड़ पूजा में सोमाय टुडू, धानो मुर्मू ,टीकाराम सोरेन, सुपाई मुर्मू, मुकरू सोरेन, साहिब हेंब्रम आदि ने सक्रिय भूमिका निभायी.
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