गालूडीह.
एमजीएम थाना क्षेत्र की बेलाजुड़ी पंचायत स्थित नारगा गांव से विदेशी शराब की सरकारी दुकान हटाने की मांग पर रविवार को ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने बेलाजुड़ी के मुखिया भागीरथ सिंह के नेतृत्व में शराब दुकान को बंद करा दिया. दुकानदार धनराज कुमार और पिंटू कुमार ने दुकान में ताला जड़ दिया. ग्रामीणों ने बताया कि आठ माह पहले डीसी और सांसद विद्युतवरण महतो को आवेदन सौंपा गया था. कोई पहल नहीं हुई. गांव में शराब दुकान के पास देर रात तक शराबियों की महफिल जमती है. अक्सर मारपीट व गाली-गलौज होती है. उक्त रास्ते से महिलाओं और स्कूल-कॉलेज के बच्चों का आना-जाना मुश्किल हो गया है. परेशान होकर हम सड़क पर उतरे है. ग्रामीणों ने कहा कि सरकारी शराब दुकान नारगा गांव खोली गयी है, जबकि दुकान का वास्तविक आवंटन स्थान हीराचुनी है. ग्रामीणों ने कहा कि बेलाजुड़ी पंचायत में किसी भी हाल में शराब दुकान नहीं चलने देंगे. गांव में अगर कोई देसी महुआ शराब बेचता है, तो पांच हजार रुपये जुर्माना लगाया जायेगा.आबकारी टीम ने बैठक कर एक माह का समय मांगा, नहीं माने ग्रामीण
सूचना पाकर रविवार की शाम आबकारी विभाग की टीम नारगा पहुंची. विभाग के रामदेव पासवान और दीपक गुप्ता ने बेलाजुड़ी पंचायत के मुखिया भागीरथ सिंह और ग्रामीणों के साथ बैठक की. विभाग ने कहा कि नियम के अनुसार शराब दुकान हीराचुनी और नारगा के बीच में खोलनी है, इसीलिए नारगा में खोली गयी है. दुकान के बोर्ड पर हीराचुनी-नारगा लिखा है. उन्होंने कहा कि दुकान स्थानांतरित करने के लिए एक महीना समय दें. ग्रामीण नहीं माने. ग्रामीणों ने कहा कि आप पंचायत के बाहर शराब दुकान खोलें. अधिकारियों ने कहा कि ग्राम सभा कर छायाप्रति जमा करें. इसके बाद विभाग आगे की कार्रवाई करेगा. बैठक में ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. बैठक में सदानंद पात्र समेत अनेक ग्रामीण उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है