घाटशिला. घाटशिला प्रखंड की 22 पंचायतों में पशुपालन विभाग ने पशु जनगणना का कार्य 30 अप्रैल 2025 को पूरा किया. प्रखंड पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सिंकेस यादव ने बताया कि घर-घर जाकर पालतू व घरेलू पशुओं की गणना की गयी. झाटीझरना पंचायत को विशेष रूप से चिह्नित किया गया. उक्त क्षेत्र पशुपालन के लिए उपयुक्त है. जनगणना के अनुसार, झाटीझरना पंचायत में कुल 2191 पशु हैं. इनमें गाय, बैल, भैंस, बकरी, भेड़, सुअर, मुर्गा, मुर्गी, बत्तख और पालतू कुत्ते शामिल हैं. विशेष रूप से बकरी, मुर्गी और मुर्गा की संख्या में वृद्धि हुई है. यह क्षेत्र में पशुपालन की संभावनाओं को उजागर करती है. विभाग के अनुसार, इस बार कुल पशुओं की संख्या में भी वृद्धि दर्ज की गयी है. इससे स्पष्ट होता है कि पशुपालन के प्रति ग्रामीणों की रुचि बढ़ी है.
अगले साल झाटीझरना पर होगा फोकस:
डॉ यादव ने बताया कि झाटीझरना पहाड़ी क्षेत्र है, जहां चारागाह की पर्याप्त सुविधा है. लोग पशुपालन की ओर अग्रसर हो रहे हैं. वर्ष 2025-26 में पंचायत पर विशेष फोकस होगा. पशुपालन विभाग यहां विशेष जागरूकता शिविर और प्रचार-प्रसार की योजना बना रहा है. इससे ग्रामीण अधिक संख्या में पशुपालन से जुड़कर आत्मनिर्भर बन सकेंगे.पशुपालन से आर्थिक रूप से मजबूत होंगे ग्रामीण:
डॉ यादव ने कहा कि झाटीझरना पंचायत में पशुपालन न केवल रोजगार का साधन बनेगा, बल्कि आर्थिक रूप से ग्रामीणों को मजबूती देगा. विभाग की योजना है कि यहां के किसानों को प्रशिक्षण, पशु चिकित्सा सुविधा, टीकाकरण और तकनीकी सहयोग देकर पशुपालन को बढ़ावा दिया जाये. उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे विभाग की योजनाओं का लाभ उठाएं और क्षेत्र के समग्र विकास में भागीदारी निभायें.
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