मुसाबनी. उपायुक्त अनन्य मित्तल ने शनिवार को मुसाबनी के पुराने प्रखंड परिसर में डीएमएफटी फंड से बने सामुदायिक केंद्र भवन का निरीक्षण किया. उनके साथ डीडीसी अनिकेत सचान भी मौजूद थे. जेएसएलपीएस की महिला समूह की महिलाओं ने उपायुक्त एवं डीडीसी का स्वागत किया. उपायुक्त ने महिलाओं से पूछा कि जेएसएलपीएस से जुड़कर वह कैसे रोजगार कर रही हैं. डीसी ने बीडीओ अदिति गुप्ता, सीओ ऋषिकेश मरांडी को निर्देश दिया कि मुसाबनी टाउनशिप में बने सामुदायिक केंद्र भवन का निरीक्षण कर जांच प्रतिवेदन उन्हें जल्द भेजें, ताकि उक्त सामुदायिक केंद्र का उपयोग टाउनशिप के लोग कर सकें. जानकारी हो सामुदायिक केंद्र का निर्माण एचसीएल द्वारा मजदूरों के वेलफेयर फंड की राशि से किया गया था. खदानों की बंदी के बाद एचसीएल ने मुसाबनी टाउनशिप को झारखंड सरकार को हस्तांतरित कर दिया. सामुदायिक भवन में सीआरपीएफ के ठहरने की व्यवस्था की गयी थी. वर्तमान में सीआरपीएफ ने सामुदायिक भवन को खाली कर दिया है. सामुदायिक भवन बंद पड़ा है. सांसद विद्युत वरण महतो ने उपायुक्त को पत्र लिखकर मजदूरों के वेलफेयर फंड से बने सामुदायिक भवन को क्षेत्र की जनता के लिए उपलब्ध कराने की मांग की थी. डीसी ने कहा प्रखंड से रिपोर्ट मिलने पर वे सीआरपीएफ कमांडेंट से बात कर कम्युनिटी सेंटर को टाउनशिप के लोगों को सौंपने की कार्रवाई करेंगे. डीसी से मुसाबनी बाजार की बंदोबस्ती के बावजूद राजस्व की वसूली नहीं होने के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा की जिला परिषद के अधीन मुसाबनी बाजार है. जिला परिषद राजस्व वसूली शुरू करने की कार्रवाई जल्द करेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है