गालूडीह. घाटशिला प्रखंड के सालबनी स्थित स्वामी विवेकानंद कॉलेज ऑफ एजुकेशन में शुक्रवार को एकदिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित हुआ. इसका विषय “डिजिटल लर्निंग एंड रोल ऑफ टेक्नोलॉजी इन टीचर एजुकेशन”””” रहा. सेमिनार में मुख्य अतिथि व वक्ता के रूप में डॉ देवाशीष धर, डॉ मंदिरा मुखर्जी व डॉ अमूल्य कुमार आचार्य उपस्थित थे. डॉ धर सीकॉम स्किल्स यूनिवर्सिटी बोलपुर, वीरभूम (पश्चिम बंगाल) के प्रोफेसर हैं. डॉ मंदिरा मुखर्जी पाईलॉन कॉलेज ऑफ एजुकेशन पश्चिम बंगाल के प्रोफेसर हैं. डॉ अमूल्य कुमार आचार्य प्रोफेसर व हेड पीजी डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन फकीर मोहन यूनिवर्सिटी बालासोर ओडिशा के हैं. वक्ताओं ने कहा कि तकनीक व उपकरण ने शिक्षा व्यवस्था को बदल दिया है. इंटरनेट ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाया है. सेमिनार में शिक्षाविदों ने विचार रखे. झारखंड वीमेंस यूनिवर्सिटी के शिक्षा विभाग के प्रमुख डॉ संजय भुइयां, कोल्हान विवि के आइक्यूसी कॉर्डिनेटर डॉ संजय कुमार गोराई, जेकेएम कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट साइंस एंड कॉमर्स के प्रिंसिपल डॉ आर श्रीकांत नायर व डीबीएमएस कॉलेज ऑफ एजुकेशन जमशेदपुर की प्राचार्या डॉ जूही समर्पिता सेमिनार के विशिष्ट वक्ता थे. चेयरमैन डॉ सुब्रत कुमार विश्वास ने अतिथियों को स्वागत कर अपनी बातों को रखा. प्राचार्या डॉ शुभ्रा पालित व कॉलेज के डायरेक्टर तन्मय सिंह सोलंकी ने विचार रखे. कोल्हान विश्वविद्यालय की ओर से एनएसएस कॉर्डिनेटर डॉ दारा सिंह गुप्ता, स्वामी विवेकानंद कॉलेज ऑफ एजुकेशन सालबनी के विश्वविद्यालय प्रतिनिधि डॉ संजय कुमार सिंह, घाटशिला कॉलेज के प्राचार्य डॉ पीके गुप्ता, श्रीनाथ विवि के कुलपति एसके सिंह, श्रीनाथ विश्वविद्यालय के डीन, करीम सिटी कॉलेज के डॉ सुचिता भुईयां, सोना देवी यूनिवर्सिटी के पियासी चौधरी और डोला, जेकेएम कॉलेज के एचओडी डॉ मौसमी महतो उपस्थित थे.
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