गालूडीह . घाटशिला के घुटिया स्थित बीए कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में सोमवार को साइंस ओलंपियाड एग्जीबिशन : 2025 का आयोजन हुआ. विज्ञान महोत्सव में पूर्वी सिंहभूम जिले के निजी और सरकारी 20 स्कूलों के सैकड़ों छात्र-छात्राएं शामिल हुए. सभी ने कुल 65 वर्किंग मॉडल्स बनाकर नवाचारी सोच, वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया. मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने फीता काट कर उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि यह संस्थान शहरी और ग्रामीण विद्यार्थियों के बीच समानता स्थापित करने में सशक्त माध्यम बना है. यहां के विद्यार्थी सिद्ध कर रहे हैं कि संसाधन सीमित हो सकते हैं, लेकिन सोच की ऊंचाई असीम है. शिक्षा वह शक्ति है, जिससे समाज के विकास के साथ तकनीकी क्रांति लाकर देश के विकास में मजबूत भूमिका निभा सकते हैं.
रचनात्मक शिक्षा पर जोर दें : एसडीओ:
सम्मानित अतिथि घाटशिला के एसडीओ सुनील चंद्र ने रचनात्मक शिक्षा पर बल दिया. आज की शिक्षा प्रणाली को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रखा जा सकता. बच्चों के मॉडलों को देख कहा कि इनमें विज्ञान के साथ सामाजिक चेतना और बदलाव की भावना स्पष्ट दिखायी देती है.छात्रों में वैज्ञानिक रुचि बढ़ाना उद्देश्य : डॉ एसके सिंह:
कॉलेज के चेयरमैन डॉ. एसके सिंह ने कहा कि आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक रुचि बढ़ाना, रचनात्मकता को बढ़ावा देना और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करना है. हमारा प्रयास है कि सीमित संसाधनों में विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण और व्यावहारिक शिक्षा दी जाये. बिहार एसोसिएशन वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक भूमिका निभाता आ रहा है. कॉलेज की प्राचार्या डॉ प्रत्यंक्षा प्रसाद ने स्वागत भाषण दिया. बिहार एसोसिएशन के महासचिव सीपीएन सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया. मौके पर मंत्री और अन्य ने कॉलेज कैंपस में पौधरोपण किया.बहरागोड़ा टीपीएस डीएवी पब्लिक स्कूल को प्रथम स्थान
मॉडलों के मूल्यांकन के लिए विशेषज्ञ निर्णायक मंडली बनी थी. इनमें मितलेश चौधरी, निदेशक स्कायला सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड, डॉ नीरज प्रियदर्शी, प्राचार्य चांडिल पॉलिटेक्निक, डॉ वारिस एस इमाम प्राचार्य अल-कबीर पॉलिटेक्निक शामिल रहे. सर्वश्रेष्ठ मॉडलों को पुरस्कृत किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है