दुमका: दुमका जिले का क्रशर उद्योग लगभग सप्ताह भर से ठप है. अधिकांश क्रशर प्लांट में सन्नाटा पसरा है और तकरीबन 50 हजार मजदूर बेरोजगार हो गये हैं. उद्योग विभाग में पंजीकरण तथा प्रदूषण से संबंधित अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं रहने की वजह से दुमका जिले के सारे क्रशर व खदान बंद हैं.
क्रशर व्यवसायियों द्वारा प्रावधान व शर्तों को पूरा किये वगैर अब तक प्लांट व खदान चलाये जा रहे थे. इससे पूर्व खनन विभाग द्वारा किसी तरह की कड़ी चेतावनी या कार्रवाई भी नहीं की गयी थी.
जिसकी वजह से पर्यावरण क्लियरेंस या कनसेंट टू ऑपरेट तथा उद्योग विभाग में पंजीकरण कराये बगैर क्रशर संचालित होता रहा था और विभाग भी उसपर चुप्पी साधे रहा था. अब जब सरकार की ओर से कड़ी हिदायत मिली है तथा नये नियमों का अनुपालन कराने को कहा गया है, तो प्रावधानों को पूरा करने तक प्लांट को बंद रखना व्यवसायियों की मजबूरी बन गयी है.—————