प्रतिनिधि, चितरा. संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा ने सोमवार को महाप्रबंधक कार्यालय के सामने धरना देकर कोलियरी प्रबंधन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और नयी नीतियों को मजदूर विरोधी बताया, साथ ही अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक के नाम से सात सूत्री मांग पत्र प्रबंधन को सौंपा. इस मौके पर मजदूर नेता पशुपति कोल ने कहा कि चितरा कोलियरी लाभ देने वाला खदान है, इसके बावजूद कोयला मजदूरों को मिलने वाली सुविधा में कटौती की गयी है, जिससे कोयला मजदूरों में आक्रोश है. कहा कि मार्च महीना का संडे होली-डे और ओवर टाइम के पैसे का भुगतान नहीं किया गया है. इसे तुरंत भुगतान किया जाये. वहीं मजदूरों के लंबित पदोन्नति को अविलंब देने की मांग की. कार्य क्षेत्र में पीने के पानी की व्यवस्था करने के साथ ही कार्य क्षेत्र में सेफ्टी की समस्याओं के बारे में बताया, जिससे तुरंत समाधान नहीं किया गया तो कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है. उस पर रोक लगायी जाये. इसके अलावा अन्य मांग की. वहीं युवा नेता प्रशांत शेखर ने कहा कि चितरा कोलियरी प्रबंधन की ओर से कोयला मजदूरों के संडे, होली-डे और ओटी काटा गया है. ये न्याय संगत नहीं है. कहा कि अधिकारियों का कभी ओ टी संडे नहीं काटा जाता है. सिर्फ कोयला मजदूरों का शोषण होता है. कहा कि अगर कोलियरी प्रबंधन मजदूरों को सुविधाएं उपलब्ध कराये नहीं तो जोरदार आंदोलन किया जायेगा. इस मौके पर श्याम सुंदर तिवारी, अरुण पांडेय, होपना मरांडी, संदीप शंकर, रामू शर्मा, रफ़ाकत अंसारी, डोमन दे, किंकर महतो, रोशन सिंह, परेश महतो, सरिता किस्कू, सजनी किस्कू, शोभा कुमारी, कल्याणी मुर्मू, सबेरा परवीन, प्रीति कुमारी समेत दर्जनों उपस्थित थे.
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