आनंद तिवारी, पटना
Mahakumbh 2025 महांकुभ में यात्री सुविधाओं को लेकर पूर्व मध्य रेलवे ने भी पूरी ताकत झोंक दी है. कुंभ के कारण यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए पटना, दानापुर, राजेंद्रनगर टर्मिनल व पाटलिपुत्र से रोजाना कुल 12 से 15 स्पेशल ट्रेनें चलायी जा रही हैं. हालांकि भीड़ इतनी हो रही है कि पटना जंक्शन से खुलने वाली संपूर्णक्रांति, पीएनबी एलटीटी और मगध एक्सप्रेस समेत स्पेशल ट्रेनें पूरी तरह से पैक हो चल रही हैं.
रेलवे की मानें, तो जनरल कोच के मामले में संपूर्णक्रांति, मगध एक्सप्रेस व पटना एलटीटी एक्सप्रेस में अधिकतम ऑक्युपेंसी (सीट के क्षमता से अधिक यात्री सफर) का रिकॉर्ड टूट गया है. आंकड़ों के मुताबिक इन ट्रेनों में ऑक्युपेंसी करीब 220-250 प्रतिशत के तक पहुंच गयी है. यानी क्षमता से ढाई गुना तक यात्री इन ट्रेनों में ठूंस कर जा रहे हैं.
छठ पूर्व में होती थी रिकॉर्ड तोड़ भीड़

पटना सहित पूरे दानापुर मंडल से चलने वाली ट्रेनों में सबसे अधिक छठ पूर्व के दौरान यात्रियों की भीड़ होती थी. इस दौरान इन ट्रेनों में अधिकतम ऑक्युपेंसी 165 से 170 प्रतिशत तक देखने को मिलती थी. लेकिन महाकुंभ के चलते यात्रियों की भीड़ ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं. प्रयागराज जाने वाली किसी भी ट्रेन में इन दिनों पैर रखने की जगह नहीं है. किसी में चार तो किसी में पांच हजार यात्री सवाल हो रहे हैं. यात्री स्पेशल ट्रेनों की तुलना में नियमित ट्रेनों में जाना अधिक पसंद कर रहे हैं. यात्रियों का कहना है कि स्पेशल ट्रेन ज्यादा समय ले रही हैं.
स्पेशल ट्रेनों में भी 200 प्रतिशत के पार जा रहे यात्री

वर्तमान में दानापुर मंडल से रोजाना करीब 10 से 12 ट्रेनों रोजाना प्रयागराज के लिए रवाना हो रही हैं. इनमें रोजाना करीब 70 से 80 हजार यात्री प्रयागराज कुंभ स्नान करने जा रहे हैं. इतने ही यात्री प्रयागराज कुंभ से वापस पटना व दानापुर मंडल के आसपास के स्टेशनों पर लौट रहे हैं. एक अधिकारी ने बताया कि जैसे-जैसे कुंभ समाप्ती पर है, ट्रेनों में भीड़ और बढ़ने लगी हैं. जंक्शन से पहले अधिकतम डेढ़ लाख यात्री सफर करते थे. लेकिन वर्तमान में इनकी संख्या करीब चार लाख के आसपास पहुंच गयी है. यही वजह है कि स्पेशल ट्रेनों की ऑक्युपेंसी भी अब 200 प्रतिशत के पार पहुंच गई है. जबकि पहले 100 से 110 प्रतिशत के आसपास रहता था.
पटना से कुंभ के लिए प्रतिदिन 12-15 स्पेशल ट्रेनें चलायी जा रही हैं
ट्रेनों में ऑक्युपेंसी रेट 220-250 प्रतिशत तक पहुंच गया है
छठ के दौरान 165-170 प्रतिशत तक ऑक्युपेंसी रेट रहता है