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नया मामला सप्तक्रांति एक्सप्रेस का, पैंट्रीकार में चल रहा अवैध खेलआनंद विहार से खुलने वाली गाड़ी को लेकर आयी हैं कई शिकायतें
मामले की जांच लखनऊ से लेकर सोनपुर मंडल तक की जा रही हैवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
Muzaffarpur News दो हजार रुपये में बगैर टिकट लोगों को पैंट्रीकार वाले दिल्ली तक ले जाते हैं. वे अवैध ढंग से पैंट्रीकार में लोगाें को बिठाकर इस अवैध खेल को अंजाम तक पहुंचा रहे हैं. मुजफ्फरपुर से आनंद विहार तक चलने वाली सप्तक्रांति एक्सप्रेस में इस तरह की अनियमितता सुर्खियों में है. ट्रेन के पैंट्रीकार (भोजन यान) में अवैध रूप से यात्रियों को आनंद विहार टर्मिनल (दिल्ली) से अलग-अलग गंतव्यों तक ले जाने का धंधा चल रहा है.आनंद विहार-मुजफ्फरपुर (12558) को लेकर तस्वीर व वीडियो के साथ सोनपुर मंडल के अधिकारियों के साथ इसीआर को शिकायत की गयी है. मामले में सोनपुर से लेकर लखनऊ मंडल तक जांच शुरू हो गयी है. ट्रेन के भीतर तस्वीर व वीडियो के जरिये बताया गया है कि आनंद विहार टर्मिनल पर पैंट्रीकार स्टाफ व अन्य की मिलीभगत से यह अवैध गतिविधि संचालित हो रही है. जिसमें बिना टिकट या अनियमित टिकट वाले यात्रियों से 1,500 से 2 हजार रुपये लेकर पैंट्रीकार में बिठाकर ले जाते हैं. इन यात्रियों को अक्सर सामान रखने की जगह या अन्य असुविधाजनक स्थानों पर छिपाकर ले जाया जाता है.
23 अप्रैल को ट्रेन में हुई थी जांच
शिकायत के बाद सप्तक्रांति एक्सप्रेस पर सोनपुर मंडल लगातार निगरानी कर रहा है. 23 अप्रैल को टीटीइ टीम के द्वारा गोरखपुर से मुजफ्फरपुर तक जांच की गयी. इसमें ज्यादातर आनंद विहार से मुरादाबाद, लखनऊ से लेकर गोरखपुर तक अवैध रूप से पेंट्रीकार में बैठा कर लाया जाता है. वहीं डीआरएम लखनऊ की ओर से बताया गया है कि पेंट्रीकार, पावर कार, कोच लॉबी बेड रोल एरिया की सघन जांच की जा रही है.
राजस्व नुकसान व सुरक्षा के लिहाज से भी चिंताजनक
इस अवैध गतिविधि के कारण न केवल रेलवे राजस्व को नुकसान हो रहा है, बल्कि नियमित टिकट खरीदने वाले यात्रियों को भी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. पैंट्रीकार में अत्यधिक भीड़-भाड़ के कारण भोजन और अन्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं. इसके अतिरिक्त, इस तरह से अवैध यात्रियों का परिवहन सुरक्षा के लिहाज से भी चिंताजनक है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है