बरियारपुर : ढ़ का पानी लौटने के साथ ही बरियारपुर वासियों की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही है. एक ओर जहां लंबे समय तक कच्चा मकान बाढ़ के पानी में डूबे रहने से गिरने लगा है, वहीं पानी नालों-गड्ढों में फंसे रहने के कारण वह बीमारी का सबब बनता जा रहा है. बरियारपुर प्रखंड बाढ़ के कारण अस्त-व्यस्त है. कालारामपुर, ब्रह्मस्थान, फुलकिया, कल्याणपुर, पड़िया, खड़िया, घोरघट, निरपुर, गांधीपुर सहित दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी फंसा हुआ है
जिससे उठ रहे सड़ांध बदबू ने लोगों का जीना दूभर हो गया है. सड़े हुए पानी से रोजाना आर-पार होने के कारण कई प्रकार के चर्म रोग का शिकार हो रहे है. बच्चे अधिक प्रभावित हो रहे है. शरीर में फोड़ा-फुंसी होना आम बात हो गयी है. जबकि पानी में पाचन शक्ति कम होने एवं पानी के दूषित होने के कारण डायरिया मरीज की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी होती जा रही है. बरियारपुर के पीएचसी व नर्सिंग होम में रोजाना दर्जन भर डायरिया मरीज पहुंच रहे है.