लखीसराय: प्राकृतिक आपदा का दंश ङोल रहे किसानों की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. कर्ज के बोझ तले दबे किसान असमय काल के गाल में समा रहे हैं. लखीसराय जिले के पिपरिया प्रखंड अंतर्गत रामचंद्रपुर गांव में बुधवार को फसल बरबाद होने के बाद कर्ज चुकाने के गम में एक किसान की ब्रेन हेमरेज के कारण मौत हो गयी. रामचंद्रपुर गांव के 70 वर्षीय किसान श्याम सुंदर सिंह फसल बरबाद होने से परेशान थे. खेती के लिए उन्होंने महाजन से पैसा उधार ले रखा था.
कर्ज चुकाने की चिंता में उन्हें अंदर ही अंदर खाये जा रही थी. तनाव के कारण बुधवार को उनका ब्रेन हेमरेज हो गया. पारिवारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, श्याम सुंदर सिंह ने महाजन एवं बैंक से ऋण लेकर लगभग 6 बीघा जमीन पर गेहूं की खेती की थी.
जब गेहूं पक कर तैयार हुआ और कटनी के वक्त बेमौसम बारिश व तेज हवा के कारण गेहूं की फसल बरबाद हो गयी. श्री सिंह गांव में जिनके साथ बैठते, चर्चा करते थे कि अब कैसे साहूकार व बैंक का कर्ज चुकायेंगे. दिमाग काम नहीं करता है. भाजपा के जिला महासचिव सह स्थानीय ग्रामीण सुधांशु कुमार ने बताया कि मौसम की बेरुखी ने किसानों की नींद छीन ली है. फसल क्षति के कारण किसान तनाव में रह रहे हैं. गांव के किसान श्याम सुंदर सिंह तनाव को ङोल नहीं पाये और ब्रेन हेमरेज से उनकी मौत हो गयी.