जमुई . महिलाओं की भागीदारी से राज्य के विकास को गति देने के उद्देश्य से ग्रामीण विकास विभाग की ओर से प्रदेशभर में चलाये जा रहे महिला संवाद कार्यक्रम के तहत बुधवार को जिले के 22 ग्राम संगठनों में महिला संवाद आयोजित किया गया. जीविका के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया. चकाई प्रखंड के योगीडीह और अंडीडीह गांव में सुबह की पहली पाली में हुए संवाद में 500 से अधिक महिलाएं शामिल हुईं. वहीं चकाई की नावाडीह पंचायत भवन में आयोजित दूसरी पाली के कार्यक्रम में 200 से अधिक महिलाओं की भागीदारी रही. कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को चलित वीडियो रथ के माध्यम से बिहार सरकार की महिला सशक्तीकरण योजनाओं की जानकारी दी गयी. योजनाओं की जानकारी के साथ-साथ महिलाओं की समस्याओं और मांगों को भी सुनकर संबंधित कर्मियों ने मोबाइल एप में दर्ज किया ताकि विभाग तक उनकी बात सीधे पहुंच सके. योगीडीह गांव की मुद्रिका देवी और चंचला देवी समेत अन्य महिलाओं ने पुस्तकालय, सोलर लाइट, पक्की सड़क और नाले की मांग उठायी. साथ ही वृद्धा और विधवा पेंशन की राशि बढ़ाने की भी बात कही. दूसरी ओर, बजरंग बली स्वयं सहायता समूह की सचिव ललिता देवी ने बताया कि जीविका से जुड़ने के बाद उन्हें न केवल डायटीशियन कोर्स की जानकारी मिली बल्कि अब वह स्वयं चकाई प्रखंड में थेरेपी सेंटर भी चला रही हैं. संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का संदेश पत्र पढ़कर सुनाया गया और संबंधित योजनाओं की जानकारी वाले लीफलेट भी वितरित किए गये. खराब सड़क और चापाकल की समस्या को लेकर भी महिलाओं ने सामूहिक रूप से अपनी बात रखी. गौरतलब है कि 18 अप्रैल से 14 जून तक जिले के 1245 ग्राम संगठनों में महिला संवाद का आयोजन किया जाना है. इस दौरान सरकार की विभिन्न योजनाएं जैसे कि महिला आरक्षण, जीविका, नशामुक्ति, बाल-विवाह और दहेज प्रथा उन्मूलन, मुख्यमंत्री मेधावृत्ति और बालिका पोशाक योजना पर महिलाओं को वीडियो माध्यम से जागरूक किया जा रहा है. इस संवाद का उद्देश्य महिलाओं की आवाज को नीति निर्धारण में स्थान देना है ताकि उनकी आकांक्षाएं योजनाओं में झलकें और वे राज्य के विकास में भागीदार बन सकें.
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