जमुई. उच्च विद्यालय माधोपुर के प्रधानाध्यापक विकास कुमार पर स्थानीय मुखिया पंकज साव द्वारा लगाये गये आरोपों की जांच सोमवार को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) मानस मिलिंद द्वारा की गयी. जांच के दौरान विद्यालय परिसर में ग्रामीणों, शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति में लगभग एक घंटे तक सभी आरोपों की विस्तार से पड़ताल की गयी. मुखिया ने आरोप लगाया था कि विद्यालय में विगत दो-तीन वर्षों से शैक्षणिक परिभ्रमण का आयोजन नहीं हुआ है. साथ ही, विद्यालय शिक्षा समिति की बैठक के बिना पुराने जर्जर भवन को मनमाने ढंग से गिरा दिया गया है. नामांकन के समय निर्धारित शुल्क से अधिक राशि वसूलने और ग्रामीणों के साथ उचित व्यवहार न करने के आरोप भी लगाए गए थे. जांच के दौरान प्रधानाध्यापक विकास कुमार ने बताया कि पिछले तीन वर्षों से शैक्षणिक परिभ्रमण के लिए विभाग से कोई राशि प्राप्त नहीं हुई है. भवन गिराये जाने की जानकारी उन्हें नहीं थी, यह कार्य किसी वेंडर द्वारा किया गया है. नामांकन प्रभारी ने स्पष्ट किया कि नामांकन में सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क ही लिया जाता है. इस बाबत छात्राओं से भी प्रत्यक्ष बातचीत की गई.
विद्यालय में सुधार को लेकर दिए निर्देश
जांच के बाद डीपीओ मानस मिलिंद ने विद्यालय की विधि-व्यवस्था की समीक्षा की और सभी शिक्षकों को विद्यालय का वातावरण और बेहतर बनाने का सुझाव दिया. उन्होंने मुखिया प्रतिनिधि व उपस्थित ग्रामीणों से अपील की कि विद्यालय में सकारात्मक माहौल बनाए रखने में सहयोग करें . डीपीओ ने कहा कि विद्यालय के समग्र विकास के लिए समुदाय, शिक्षक और अभिभावकों को मिलकर काम करना होगा, तभी एक उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण बन सकेगा.
—डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है