सिकंदरा. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरा में एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है, जहां सर्दी-खांसी का इलाज कराने पहुंचे एक 10 वर्षीय बच्चे को एक्सपायरी दवा दे दी गयी. इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश है और वे स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक सिकंदरा के पूर्व पैक्स अध्यक्ष सुशील मंडल शनिवार को अपने 10 वर्षीय पोते समर राज को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. बच्चे को सर्दी और खांसी की शिकायत थी. लगभग 11:00 बजे वे ओपीडी पहुंचे, जहां चिकित्सक ने आवश्यक जांच के बाद दवा की पर्ची दी गयी. सुशील मंडल पर्ची लेकर जब अस्पताल के दवा काउंटर पर पहुंचे, तो उन्हें एक गोली की जगह दूसरी कंपनी की 10 गोलियां सहित अन्य दवा दी गयी. दवा लेने के बाद सुशील मंडल अपने पोते के साथ घर लौट आये. घर लौटने के बाद समर राज ने एक गोली खा भी ली. इसी दौरान सुशील मंडल की नजर दूसरी दवा के स्ट्रिप पर पड़ी तो उन्होंने देखा कि वह दवा मार्च 2025 में ही एक्सपायर हो चुकी है. इसके बाद उन्होंने बच्चे को दवा खाने से रोक दिया. इस लापरवाही ने स्वास्थ्य केंद्र की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिये हैं. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाये और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो. यदि समय रहते सुशील मंडल दवा की जांच नहीं करते तो बच्चे की जान भी खतरे में पड़ सकती थी. लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब इस प्रकार की लापरवाही हुई हो, इससे पहले भी कई बार एक्सपायरी दवा या गलत दवा दिये जाने की शिकायतें आ चुकी हैं.
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