जमुई. जिला समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में शनिवार को बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को लेकर बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता अपर समाहर्ता जमुई सुभाषचंद्र मंडल ने की. बैठक डीएम अभिलाषा शर्मा के निर्देशानुसार बुलायी गयी थी. बैठक में जिला स्तरीय सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनाव की निष्पक्षता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करना था.
अपर समाहर्ता ने राजनीतिक दलों से बीएलए-1 और बीएलए-2 की शीघ्र नियुक्ति करने को कहा. उन्होंने बताया कि मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने में बीएलए की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि बीएलए की नियुक्ति प्रक्रिया, पात्रता, भूमिका एवं जिम्मेदारियों को लेकर भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की जानकारी प्रतिनिधियों को दी गयी.संबंधित प्रपत्र भी कराया उपलब्ध
मौके पर उन्होंने कहा कि योग्य एवं जिम्मेदार व्यक्तियों को ही बीएलए के रूप में नियुक्त किया जाना चाहिए, ताकि मतदाता सूची के सत्यापन, सुधार और अद्यतन कार्य में बेहतर सहयोग मिल सके. राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने बैठक में अपने सुझाव एवं प्रश्न भी प्रस्तुत किए, जिनका संतोषजनक समाधान अधिकारियों की ओर से किया गया. सभी दलों ने निर्वाचन प्रक्रिया को निष्पक्ष एवं पारदर्शी बनाये रखने में पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया. बैठक में यह भी जानकारी दी गयी कि आगामी 18 जून से ईवीएम की प्रथम स्तरीय जांच ( एफएलसी) की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिसकी तैयारी समय से पूरी कर ली जाएगी. मतदाता सूची में योग्य नागरिकों के नाम जोड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. इसमें बीएलओ के माध्यम से आवश्यक दस्तावेज जमा कर कोई भी व्यक्ति अपना नाम दर्ज करवा सकता है. युवाओं को मतदाता के रूप में पंजीकृत करने की भी अपील की गयी, ताकि वे लोकतंत्र की मुख्यधारा से जुड़ सकें. बैठक में उप निर्वाचन पदाधिकारी मो नजरुल हक सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि व कर्मी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है