लापरवाही . गत छह माह एसी खराब होने से लगातार मर रहे नवजात शिशु
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18 दिनों में छह बच्चों की हुई मौत
लापरवाही . गत छह माह एसी खराब होने से लगातार मर रहे नवजात शिशु आरा : सदर अस्पताल का शिशु वार्ड नवजात बच्चों के लिए कब्रगाह बना हुआ है. गत 18 दिन में ही अबतक छह बच्चों की मौत सिर्फ एसी खराब होने से हो चुकी है. हालांकि अस्पताल प्रबंधन इससे इनकार करते हुए नवजात […]
आरा : सदर अस्पताल का शिशु वार्ड नवजात बच्चों के लिए कब्रगाह बना हुआ है. गत 18 दिन में ही अबतक छह बच्चों की मौत सिर्फ एसी खराब होने से हो चुकी है. हालांकि अस्पताल प्रबंधन इससे इनकार करते हुए नवजात बच्चों की मौत का कारण कुछ और ही बता रहे हैं. सोमवार को नवजात की मौत के बाद जब सदर अस्पताल के शिशु वार्ड की प्रभात खबर की टोली ने जायजा लिया, तो बेहद चौकानेवाले तथ्य सामने आये. यहां की एसी गत छह माह से खराब पड़ी हुई थी.
बाहर के तापमान से अंदर का तापमान ज्यादा था. शिशु वार्ड तंदूर की तरह धधक रहा था. ऐसे में नवजात बच्चे पड़ रही प्रचंड गरमी को बरदाश्त नहीं कर पा रहे हैं और एक के बाद एक लगातार मौतें हो रही हैं. इसी वार्ड में वार्मर की भी व्यवस्था है, जिनके कारण अंदर का तापमान और भी बढ़ जा रहा है. सदर अस्पताल के अधिकारी व डॉक्टर भी केवल वरीय अधिकारियों को सूचना देकर अपनी काम की इतिश्री समझ लेते हैं.
सामान्य से ज्यादा हुईं मौतें : सदर अस्पताल में आमतौर पर गरीब तबके के लोग ही इलाज के लिए आते हैं. आरा सदर अस्पताल की बदहाल व्यवस्था का आलम ये है कि गत एक जून से 19 जून के बीच सदर अस्पताल के शिशु वार्ड में छह नवजात बच्चों की मौत हो चुकी है. गत एक जून को बिहिया थाना के घाघा गांव के रहनेवाले कृष्णा साह की पत्नी रुबी देवी के नवजात बच्चे की मौत हुई थी. मुफस्सिल थाने के सारंगपुर के रहने वाले प्रदीप राम की पत्नी लक्ष्मीणा देवी ने सदर अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया. उसी शिशु वार्ड में 10 जून को नवजात ने दम तोड़ दिया. उसकी भी मौत इसी वार्ड में हुई. एक के बाद एक लगातार हो रही मौतों के बाद भी अस्पताल प्रशासन खराब एसी को ठीक नहीं करा पाया. इसके कारण लगातार मौत हो रही है.
सरकार के करोड़ों के खर्च के बाद लोगों को नहीं मिल रहीं सेवाएं : सरकार अस्पतालों की सुविधा को सुधारने के लिए लगातार काम रही है. इसके लिए करोड़ों रुपये प्रत्येक साल खर्च कर रही है. इसके बाद भी आमलोगों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं.
छह नवजात की मौत के बाद जागा अस्पताल प्रबंधन : छह नवजात बच्चों की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन की नींद खुली हुई है. सोमवार को नवजात बच्चे की मौत के बाद सीएस डॉ रास बिहारी सिंह ने बताया कि शाम तक एसी लगा दी जायेगी.
लोगों का कहना है कि यही काम अगर अस्पताल प्रशासन पहले करवा दिया होता, तो शायद इतने बच्चों की मौत नहीं होती. इन बच्चों को काल के गाल में जाने से बचा लिया जाता.
क्या कहते हैं सीएस
एसी खराब होने से ही ये सारी मौतें नहीं हुई हैं. इसके और भी कई कारण हैं. आक्सीजन की कमी भी एक कारण हो सकती है. नवजात बच्चों के मरने के कारणों की जांच की जायेगी. दोषी पाये जानेवाले नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी
डॉ रास बिहारी सिंह, सीएस, भोजपुर
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